– कड़ाके की सर्दी की चेतावनी।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में घने कोहरे के साथ कड़ाके की सर्दी की दोहरी मार शुरू हो गई है। मौसम विभाग ने प्रदेश के 20 जिलों में अत्यधिक घने कोहरे का रेड अलर्ट जारी किया है। साथ ही इन इलाकों में संभावित शीत दिवस की भी चेतावनी जारी की गई है। संभावना जताई गई है कि 20 दिसंबर तक प्रदेश में कमोबेश ऐसा ही मौसम रहने वाला है।

बुधवार को लखनऊ समेत, बरेली, गोरखपुर, कुशीनगर, कानपुर में घने कोहरे की वजह से दृश्यता शून्य रही। वहीं बहराइच, हरदोई, शाहजहांपुर आदि में दृश्यता 30 मीटर तक सिमट गई। प्रदेश के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में 5 से 6 डिग्री, जबकि कुछ स्थानों पर 8 से 10 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की गई।
प्रदेश के ज्यादातर हिस्से में घने कोहरे के साथ चुभती हुई ठंडी पछुआ हवाएं चलीं और दिन के पारे में भारी गिरावट दर्ज की गई। कई जिलों में दिन का पारा सामान्य से काफी नीचे लुढ़क गया। इससे ठिठुरन और गलन बढ़ गई। लोगों को दिन में ही अलाव का सहारा लेना पड़ा।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि पश्चिम भारत और मध्य भारत के ऊपर बने प्रति-चक्रवात तथा ऊपरी हवा के प्रभाव से उत्तर प्रदेश के कई जिलों में कोहरा छाया हुआ है। निचले वायुमंडल में व्युत्क्रम परत बनने से दिन के अधिकांश समय दृश्यता कम रही। 20 दिसंबर तक कमोबेश ऐसा ही मौसम रहने वाला है।
इन जिलों में अत्यधिक घने कोहरे का अलर्ट
गोरखपुर, देवरिया, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बाराबंकी, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर।
सीएम ने अफसरों को फील्ड में अलर्ट रहने के दिए निर्देश
मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोहरे और ठंड को लेकर प्रशासन को पूरी तरह सतर्क रहने का निर्देश दिया है। उन्होंने मंडलायुक्त, आईजी, डीएम, पुलिस, ट्रैफिक और नगर निकाय अधिकारियों से कहा कि जनजीवन, यातायात और निराश्रितों की सुरक्षा में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
सीएम ने बुधवार को उच्चस्तरीय बैठक में हाईवे व एक्सप्रेसवे पर पेट्रोलिंग बढ़ाने, ब्लैक स्पॉट पर अतिरिक्त सतर्कता, क्रेन व एंबुलेंस 24 घंटे उपलब्ध रखने और टोल प्लाजा पर लाउडस्पीकर से कोहरे की चेतावनी देने के निर्देश दिए। कहा, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और स्टेट हाईवे अधिकारियों के साथ समन्वय कर व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएं। ओवरस्पीडिंग पर सख्त कार्रवाई और खराब विजिबिलिटी में बेहतर ट्रैफिक प्रबंधन सुनिश्चित करने को कहा गया है। उन्होंने निर्देश दिया कि कोई भी व्यक्ति खुले में न सोए। निराश्रितों को रैन बसेरों में पहुंचाकर हीटर, अलाव और कंबल की व्यवस्था की जाए। गोशालाओं में भी ठंड से बचाव के पूरे इंतजाम हों।


