मेरठ। सोमवार को यूपी बोर्ड परीक्षाओं को लेकर सचिव माध्यमिक शिक्षा परीषद् द्वारा दिशा-निर्देश जारी किए गए।
यूपी बोर्ड की वर्ष-2024 की परीक्षाओं में प्रधानाचार्यों के लिए केंद्र व्यवस्थापक का कार्य करना अनिवार्य किया गया है। लेकिन ऐसे प्रधानाचार्य केंद्र व्यवस्थापक नियुक्त नहीं किए जाएंगे, जिन्हें परिषद के समस्त पारिश्रमिक कार्यों से वंचित किया गया है। उनके स्थान पर राजकीय एवं अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों के अच्छी छवि वाले वरिष्ठ अध्यापकों को केंद्र व्यवस्थापक नियुक्त किया जाएगा।
सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज द्वारा जिला विद्यालय निरीक्षक को दिशा निर्देश जारी किए हैं। परीक्षा के दौरान प्रत्येक केंद्र पर अनिवार्य रूप से एक बाह्य केंद्र व्यवस्थापक की नियुक्ति संबंधित जिला विद्यालय निरीक्षक करेंगे। इनमें किसी राजकीय अथवा अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय के वरिष्ठ एवं अनुभवी शिक्षक होंगे। परीक्षाओं के लिए निर्धारित प्रत्येक परीक्षा केंद्र में कम से कम 50 प्रतिशत स्टाफ बाह्य विद्यालयों से नियुक्त किया जाएगा। परीक्षा केंद्र बनाए गए वित्तविहीन विद्यालयों में यथा संभव राजकीय एवं सवित्त विद्यालयों के 50 प्रतिशत स्टाफ नियुक्त किए जाएंगे।
वहीं, परीक्षा केंद्रों पर प्रश्नपत्र पहुंचने के तीन दिन पहले से स्ट्रांग रूम स्थापित किया जाएगा। साथ ही सप्ताह के सातों दिन सीसीटीवी कैमरा भी क्रियाशील रहेगा। डीवीआर की रिकार्डिंग क्षमता कम से कम 30 दिनों के लिए अनिवार्य होगी।