– अर्टिगा कार ने बस में पीछे से मारी टक्कर, सिपाही समेत छह हुए घायल।
उन्नाव। शुक्रवार सुबह तेज रफ्तार अर्टिगा कार एक प्राइवेट बस में पीछे से टकरा गई। हादसे में कार चला रहे यूपी पुलिस के दरोगा मनजीत सिंह (38) की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि सिपाही समेत 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार का अगली हिस्सा बुरी तरह पिचक गया। 9 फिट की कार महज 6 फिट की रह गई। कार चला रहे दरोगा मनजीत का शव स्टियरिंग और सीट के बीच बुरी तरह फंसा रह गया। मौके पर मौजूद राहगीरों ने पुलिस की मदद से सवारियों को बाहर निकाला। लोहे की रॉड की मदद से बोनट को तोड़कर दरोगा के शव को आधे घंटे के बाद बाहर निकाला जा सका।
हादसा उस वक्त हुआ, जब अमेठी पुलिस की टीम एक लापता युवती को राजस्थान से बरामद कर वापस लौट रहे थे। मृतक दरोगा मनजीत मूलरूप से लखनऊ के सर्वोदय नगर के रहने वाले थे। घायलों में एक हेड कांस्टेबल, महिला और उसके परिजन शामिल हैं। घायलों का बांगरमऊ सीएचसी में इलाज चल रहा है।
घटना शुक्रवार सुबह 6 बजे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर बांगरमऊ थाना अंतर्गत किलोमीटर 238 के समीप हुआ। तेज रफ्तार अर्टिगा कार सीधे सामने चल रही बस में पीछे से जा घुसी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार की स्पीड 100 किमी प्रतिघंटा से ज्यादा थी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार का अगला हिस्सा पूरी तरह बस के अंदर धंस गया। पूरा बोनट पिचक गया।
कार दरोगा मनजीत सिंह चला रहे थे। टक्कर के वक्त उनका शरीर स्टीयरिंग और सीट के बीच में बुरी तरह फंस गया। राहतकर्मियों और पुलिस ने घायलों को तो आसानी से बाहर निकाल लिया, पर शव निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। लोहे की रॉड से बोनट और स्टियरिंग को तोड़कर दरोगा के शव को बाहर निकाला जा सका।
घायल पुलिसकर्मियों में संतोष (सुल्तानपुर), पवन (अमेठी), सूरज (गुसाहगंज), शीतला (गुसाहगंज), धर्मेंद्र (अमेठी) और हेड कांस्टेबल प्रदीप तिवारी शामिल हैं। सभी को बांगरमऊ सीएचसी में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक कुछ की हालत गंभीर है, जिन्हें लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर किया जा सकता है।
जानकारी के अनुसार, अमेठी में 3 दिन पहले एक युवती की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। सर्विलांस टीम की मदद से युवती की लोकेशन राजस्थान में मिली थी। अमेठी कोतवाली पुलिस की एक टीम नाबालिग लड़की को बरामद करने के लिए 2 दिन पहले राजस्थान रवाना हुई थी। टीम में कोतवाली के दरोगा मनजीत सिंह और हेड कांस्टेबल प्रदीप तिवारी शामिल थे। टीम गुरुवार को युवती को बरामद कर वापस अमेठी लौट रही थी, तभी शुक्रवार सुबह यह हादसा हो गया।
मृतक दरोगा लखनऊ निवासी
उन्नाव पुलिस के अनुसार, दरोगा के पास से उनका आईडी बरामद हुआ है। वे 2015 में यूपी पुलिस में भर्ती हुए थे। मूलरूप से लखनऊ के सर्वोदय नगर के रहने वाले थे। पिछले एक साल से अमेठी में तैनात थे। पुलिस ने दरोगा के परिजनों को सूचित कर दिया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।
टोल प्लाजा की फुटेज खंगाल रही पुलिस
हादसे वाले स्थान के आसपास कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा हुआ था, जिससे हादसे के कारणों की जांच में दिक्कत आ रही है। पुलिस ने अब टोल प्लाजा और एक्सप्रेसवे के अन्य हिस्सों के कैमरों की फुटेज मंगवानी शुरू की है।