मथुरा। वृंदावन में करंट लगने से दो बिजली कर्मियों की मौत हो गई। बिजली विभाग के तीन कर्मचारी खंभे पर चढ़कर तार जोड़ रहे थे। तभी अचानक बिजली की सप्लाई चालू हो गई, जिससे तीनों करंट की चपेट में आ गए। एक बिजलीकर्मी का अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटना से गुस्साए परिजनों ने कैंट एरिया के पागलबाबा बिजलीघर में शव रखकर जाम लगा दिया। परिजनों के मुताबिक, हादसा बिजली विभाग के अए की लापरवाही से हुआ है। जिन्होंने बिना सीनियर अधिकारियों की जानकारी के शटडाउन लेने के बाद बिजली सप्लाई चालू करवा दी।
वृंदावन परिक्रमा मार्ग पर राधेश्याम आश्रम के पास आज 3 बजे मीटर लगाने के लिए बिजलीकर्मी पहुंचे थे। हरेंद्र, विनोद और रामू चौधरी मीटर की लाइन जोड़ने के लिए खंभे पर चढ़े थे। इसी बीच बिजली सप्लाई चालू हो गई। करंट से झटका लगते ही तीनों नीचे गिरे। बुरी तरह घायल हो गए।
मौके पर मौजूद लोग तीनों को घायल हालत में लेकर जिला संयुक्त चिकित्सालय पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने हालत गंभीर होने पर उन्हें मथुरा सिम्स हॉस्पिटल रेफर कर दिया। डॉक्टरों ने अस्पताल पहुंचते ही हरेंद्र और विनोद को मृत घोषित कर दिया, जबकि रामू की हालत गंभीर बनी हुई है। उसका इलाज चल रहा है।
हरेंद्र और विनोद की मौत की जानकारी मिलते ही परिजन आक्रोशित हो गए। दोनों शव लेकर कैंट पागल बाबा बिजली घर पहुंच गए। बिजली घर के सामने एम्बुलेंस में ही शव रखकर जाम लगा दिया। जाम लगने की सूचना मिलते ही थाना सदर बाजार प्रभारी आनंद शाही मौके पर पहुंचे हैं। पुलिस आक्रोशित परिजनों को समझाने का प्रयास कर रही है।
मृतक विनोद के बड़े भाई अजय ने बताया एई मीटर रिषभ शर्मा सभी को अपनी गाड़ी में लेकर वहां पहुंचे थे। उन्होंने मीटर का काम करवाया। फिर अधिकारियों को बिना जानकारी दिए उन्होंने शटडाउन लिया। ये लोग खंभे से उतर भी नहीं पाए थे कि उन्होंने शटडाउन वापस करा दिया, जिससे दोनों बच्चों की मौत हो गई। मैं चाहता हूं कि अए पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्हें जेल भेजा जाना चाहिए। इसलिए हम लोग यहां शव रखकर जाम लगाया है।
परिजनों ने बताया कि हरेंद्र की 2012 में शादी हुई थी। उनके परिवार में पत्नी व एक बेटा 12 साल व एक बेटी 8 साल की है। जबकि विनोद की शादी 2011 में हुई थी। विनोद के परिवार में पत्नी रेखा, बेटी 17 साल व बेटा 15 साल का है। इसके अलावा मां मोहनदेई और बहन भगवती भी साथ में रहती हैं।
क्षेत्रीय पार्षद दिनेश चौधरी ने कहा कि दो बच्चों की मौत हो गई है। वृंदावन में पागल बाबा मंदिर के पास की घटना है। दोनों ही संविदा कर्मी थे। हमारी शासन प्रशासन से मांग है कि वह दोनों बच्चों को नौकरी मिलनी चाहिए। लापरवाही करने वाले पागलबाबा बिजली घर के अए पर कार्रवाई होनी चाहिए।
एसपी सिटी राजीव सिंह और एसडीएम सदर अभिनव जैन ने कार्रवाई का भरोसा दिया। जिसके बाद परिजन मान गए । बॉडी पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दी। शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक तीन घंटे तक जाम लगा रहा।