- कहा- भारत महान देश, इसका नेतृत्व मेरा अच्छा दोस्त कर रहा।
शर्म अल-शेख (मिस्र): अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को भारत और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम लिए बिना उनकी प्रशंसा करते हुए कहा भारत महान देश है जिसका नेतृत्व मेरे बहुत अच्छे मित्र कर रहे हैं। ट्रंप ने गाजा में इजराइल-हमास के बीच करीब 2 साल से जारी युद्ध को समाप्त करने के लिए युद्ध विराम पर बनी सहमति के बाद मिस्र के शर्म अल शेख शहर में विश्व नेताओं के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें लगता है कि भारत और पाकिस्तान एक साथ बहुत अच्छी तरह से रहेंगे।
ट्रंप ने अपने पीछे खड़े पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की ओर देखते हुए कहा भारत महान देश है और मेरे बहुत अच्छे मित्र उसका नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने शानदार काम किया है। मुझे लगता है कि पाकिस्तान और भारत साथ मिलकर बहुत अच्छे से रहेंगे। इससे पहले शरीफ और पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर की प्रशंसा करते हुए ट्रंप ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को सभा को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया। शरीफ के संबोधन के बाद ट्रंप फिर पोडियम पर आए और शरीफ के भाषण को शानदार बताया। साथ ही मजाक में कहा कि अब कहने को कुछ बचा ही नहीं है, चलो घर चलते हैं।
मैंने अब तक 8 युद्ध रुकवाए: ट्रंप
ट्रंप अब तक भारत और पाकिस्तान के बीच के विवाद समेत सात विवादों को सुलझाने का दावा करते रहे हैं। हालांकि, अब उन्होंने इजराइल-गाजा विवाद को जोड़कर यह संख्या 8 कर दी है। नोबेल पीस प्राइज नहीं मिलने पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोमवार को कहा था कि मैंने अब तक 8 युद्ध रुकवाए हैं। ऐसा करना सम्मान की बात है। मैंने लाखों लोगों की जान बचाई। ट्रम्प आगे कहते हैं कि, अभी जो नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया यह 2024 के लिए चुना गया था। लेकिन कुछ लोग कह रहे थे कि मैं अपवाद बन सकता हूं क्योंकि मैंने जो जंग रुकवाई हैं वो सभी इस साल यानी 2025 के घटनाक्रम हैं फिर भी मैंने यह नोबेल के लिए नहीं किया। मैंने यह जीवन बचाने के लिए किया।
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने 10 मई को सोशल मीडिया पर घोषणा की थी कि अमेरिका की मध्यस्थता से भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल संघर्ष विराम पर सहमत हो गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने दर्जनों बार अपना यह दावा दोहराया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष का समाधान करने में मदद की है। भारत ने लगातार यह कहा है कि पाकिस्तान के साथ संघर्ष समाप्त करने पर सहमति दोनों सेनाओं के बीच सीधी बातचीत के बाद बनी थी।