- एनजीटी की सख्ती: रोडवेज की सीएनजी, इलेक्ट्रिक व बीएस-6 बसे ही करेंगी दिल्ली में प्रवेश।
- मेरठ रोडवेज रीजन के चार डिपो मेरठ, सोहराबगेट, गढ़ व बड़ौत की बसें जाती है दिल्ली।
शारदा न्यूज़, मेरठ। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर एक बार फिर सख्ती कर दी है। अब दिल्ली में केवल उन्हीं बसों के प्रवेश को अनुमति दी गई है जो एनजीटी के मानकों के अनुरूप होंगी। ऐसे में मेरठ से दिल्ली सफर करने वाले दैनिक यात्रियों समेत आम जनता को भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
एनजीटी ने दिल्ली में रोडवेज की केवल उन बसों को प्रवेश की अनुमति दी है जो सीएनजी, इलेक्ट्रिक व बीएस-6 होगी। ऐसे में पिछले साल जहां बीएस-4 बसों को भी दिल्ली में आने की अनुमति थी वहीं अब इन बसों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
– 30 से 40 हजार यात्री रोज सफर करते है रोडवेज से
मेरठ रोडवेज रीजन में चार डिपो आते है जिनमें बड़ौत, गढ़मुक्तेश्वर, सोहराबगेट व मेरठ डिपो शामिल है। इन सभी डिपो से दिल्ली की ओर जाने वाली बसों से रोजाना 50 हजार से अधिक यात्री सफर करते है। जबकि अकेले मेरठ के ही दोनों डिपो से 20 सेृ25 हजार यात्री दिल्ली जाते है। जबकि त्यौहारों पर यात्रियों की संख्या लगभग दो गुनी हो जाती है। ऐसे में एनजीटी की सख्ती के बाद बस से यात्रा करने वाले यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
– मेरठ रीजन में 90 बसे है बीएस-6 मानकों के अनुरूप
वैसे तो मेरठ रीजन के पास बसों की कोई कमी नहीं है लेकिन बीएस-6 मानक वाली केवल 90 बसे ही है जो दिल्ली समेत विभिन्न मार्गो पर चलती है। अब मेरठ रीजन के अधिकारियों ने इन बसों को केवल दिल्ली जाने के लिए ही चलाने की तैयारी की है। जबकि दूसरी बसें जो एनजीटी के नियमों का पालन नहीं करती उन्हें दूसरे रूटों पर चलाया जाएगा।