मेरठ। आठ किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चली हवाओं के बावजूद मेरठ लगातार दूसरे दिन उत्तर प्रदेश में सबसे प्रदूषित शहर रहा। रात होते-होते मेरठ के सभी तीन केंद्रों पर हवा की गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई। पीएम-2.5 एवं पीएम-10 का स्तर चार सौ से ऊपर और अत्यधिक खराब श्रेणी में रिकॉर्ड हुआ।
प्रदूषण से यह राहत थोड़ी-बहुत केवल आज तक रहने कल से पहाड़ों पर विक्षोभ से हवा का के आसार हैं। पहुंच रहे पश्चिमी रुख बदलने से हालांकि 23तक प्रदूषण का स्तर बढ़ेगा। 25 नवंबर तक कुछ हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी होने के आसार हैं। इसके बाद मैदानों में संभावित उत्तर-पश्चिमी सर्द हवाएं प्रदूषण से राहत दिला सकती हैं। केंद्रीय प्रदूषण एवं नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के बुलेटिन के अनुसार मंगलवार को मेरठ का एक्यूआई 348 दर्ज हुआ। प्रदेश के सभी शहरों में मेरठ एकमात्र ऐसा शहर रहा जो सबसे प्रदूषित था।
गाजियाबाद-नोएडा से खराब स्थिति मेरठ में रही। देशभर में मेरठ आठवां सबसे प्रदूषित शहर दर्ज हुआ। रात नौ बजे गंगानगर, जयभीमनगर एवं पल्लवपुरम का एक्यूआई क्रमश: 345, 324, 377 दर्ज हुआ। इसमें भी पल्लवपुरम में पीएम 2.5 का स्तर सबसे ज्यादा 443 रिकॉर्ड हुआ। मेरठ में दिन का तापमान 26 एवं रात का 11.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जो सामान्य स्तर पर है। 24 घंटे बाद मेरठ में रात के तापमान में बढ़ोतरी के आसार हैं।