शारदा रिपोर्टर मेरठ। साइबर अपराधियों ने रिटायर्ड बैंक क्लर्क सूरज प्रकाश से 1.74 करोड़ रुपये की ठगी की। इसकी शिकायत के बाद साइबल सेल सक्रिय हो गई है। लेकिन उसके पास इतना रुपया कहां से आया, अब यह सवाल खड़ा हो गया है। इसे लेकर जांच बैठाने की बात कही जा रही है। ऐसे में सूरज प्रकाश पर दोहरी मार पड़ती दिख रही है।
पांडवनगर में बैंक आॅफ बड़ौदा से रिटायर क्लर्क सूरज प्रकाश पत्नी सरोज बाला के साथ रहते हैं। 17 सितंबर को सूरज प्रकाश के पास फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को टेलीकॉम डिपार्टमेंट से बताया। बाद में वह खुफिया विभाग से संपर्क बताकर बात करने लगा। सरज प्रकाश को बताया कि उनके आधार कार्ड से केनरा बैंक में एक खाता खोला गया जिसमें मनी लांड्रिंग के जरिए 6.80 करोड़ रुपये आए हैं। वह फोन पर बात करते घर पहुंच गए। कॉलर ने सूरज प्रकाश को घर के अंदर रहने को मजबूर कर दिया।
पांच दिन तक सूरज प्रकाश व उनकी पत्नी हाउस अरेस्ट रहे। इस दौरान पांच बार में उन्होंने कॉलर के बताए खातों में 1,73,80,000 रुपये विभिन्न खातों में ट्रांसफर कर दिए। रविवार सुबह हिम्मत जुटाकर सूरज प्रकाश ने मित्र संजय राजवंशी को मामला बताया, जिसके बाद वह घर आ गए। फ्रॉड का पता चलते ही सूरज प्रकाश के दामाद व बेटी घर के दामाद व बेटी घर आ गए। शिकायत पहले 1930 पर की गई और फिर साइबर थाने आकर मुकदमा दर्ज करा दिया गया।
वहीं अब इतनी बड़ी रकम सूरज प्रकाश के पास कहां से आई। ऐसे में आयकर विभाग भी इस मामले को लेकर जांच में जुट गया है। सूत्रों की मानें तो इस प्रकरण को लेकर साइबल सेल जहां सूरज प्रकाश के मामले में जांच में जुट गई है। वहीं आयकर विभाग ने भी सूरजप्रकाश के खातों को खंगालना शुरू कर दिया है।