मेरठ। एसटीएफ ने कूटरचित भारतीय करेंसी नोटों को बनाने / संचालन करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर तीन बदमाशों को भारतीय जाली करेन्सी बनाने के उपकरण सहित गिरफ्तार कर उनके कब्जे से कुल 2,03,600 कूटरचित भारतीय करेंसी बरामद की है।
एएसपी एसटीएफ बृजेश सिंह ने बताया कि पप्पू तुल्हेडी पुत्र फूल सिंह निवासी ग्राम तुल्हेडी थाना मीरापुर जनपद मुजफ्फरनगर, देशपाल उर्फ पप्पू पुत्र ठाट सिंह निवासी ग्राम मूलहेड़ा थाना सरधना जनपद मेरठ, ऋषि कुमार पुत्र भागमल निवासी ग्राम बढला कैथवाडा, थाना मुडाली मेरठ। इनके पास से 2,03,600 भारतीय करेन्सी एचपी प्रिन्टर और एक स्टील स्केल,1 स्टील ब्लेंड कटर,1 अदद कैची,1 अधमरी रंगीन स्याही (काली, नीली पीली एवं लाल की डिब्बी ) 2 अदद रंगीन टेप ,1 पारदर्शी टेप,03 मोबाइल फोन बरामद किए है। थाना मेडिकल मेरठ क्षेत्र के भडाना डेरी वाली गली हनुमान विहार के एक मकान में कुछ लोगों द्वारा नकली भारतीय करेन्सी बनाकर वितरित करने का कार्य किया जा रहा है। इस सूचना पर विश्वास कर एसटीएफ नोएडा की टीम द्वारा थाना मेडिकल मेरठ की पुलिस को साथ लेकर मुखबिर द्वारा बताये गये स्थान पर पहुँच कर उपरोक्त व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया, जिनके कब्जे से उपरोक्त बरामदगी हुई।
गिरफ्तार अभियुक्त पप्पू तुल्हेडी, उपरोक्त ने पूछताछ पर बताया कि वह कक्षा 6 पढ़ा है। बताया कि वह पिछले 10 वर्षो से अपराध में है। बताया कि वह (पप्पू तुल्हेडी) सबसे पहले चोरी के केस में थाना दौराला गया था और करीब 14-15 माह जेल में रहा था तथा जेल से बाहर आने पर उ 35 क्रय जेल लूट, चोरी आदि की कई घटनाऐं कारित की गयी जिनमें वह कई बार जेल गया था। जब वह (पप्पू तुल्हेडी) जेल में बन्द था तो उसकी मुलाकात जेल में धनपाल निवासी खाता थाना फलावदा मेरठ एंव देशपाल निवासी ग्राम मूलहेडा थाना सरधना जनपद मेरठ (जो चोरी के केस में बन्द थे) से हुई थी।
जमानत पर छूटने के बाद धनपाल ने पप्पू तुल्हेडी की मुलाकात अपने गाँव के रहने वाले कलुआ पुत्र श्यौराज (जिसका पूर्व में फोटो स्टूडियों था) से कराई थी। इसके उपरान्त पप्पू तुल्हेडी एवं देशपाल तथा कलुआ तीनों मिलकर पिछले 06 माह से 35 प्रतिशत कमीशन पर जाली भारतीय करेन्सी को बेचने का काम कर रहें संचालन कर रहें थे