मेरठ। विकसित भारत का सपना पूरा करने के लिए लगभग 22 हजार डॉलर प्रति व्यक्ति आय की जरूरत है, जबकि मौजूदा हालातों में प्रति व्यक्ति आय 2500 डॉलर मात्र है। ऐसे में तीन क्षेत्र कृषि, उद्योग व सेवा का संतुलित विकास कर इसकी प्राप्ति की जा सकती है। यह बात बृहस्पतिवार को चौधरी चरण सिंह विवि के अर्थशास्त्र विभाग में शुरू हुए दो सप्ताह के फैकल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम में मुख्य वक्ता जवाहर लाल नेहरू युनिवर्सिटी दिल्ली के प्रो. शक्ति कुमार ने कही।
आईसीएसएसआर के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने मां सरस्वती की प्रतिमा के सामने दीप जलाकर किया। समन्वयक प्रो. दिनेश कुमार ने दो सप्ताह के कार्यक्रम की रूपरेखा बताई। गेस्ट आॅफ आॅनर प्रो. निधि शर्मा बनारस हिन्दू विवि ने प्राचीन अर्थशास्त्र को मनोवैज्ञानिक व आध्यात्मिकता के आधार पर समझने पर जोर दिया। एकेडमिक निदेशक प्रो. संजीव शर्मा ने कहा शिक्षक द्वारा अपनी क्षमताओं का संवर्द्धन केवल अपने विषय में श्रेष्ठतम ज्ञान को प्राप्त करने के लिए ही नहीं बल्कि अन्य विषयों में भी किया जाए। प्रो. आलोक कुमार, शोध निदेशक प्रो. बीरपाल सिंह, इतिहास विभागाध्यक्ष प्रो. विघ्नेश त्यागी, प्रो. अतवीर सिंह ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। समन्वयक प्रो. दिनेश कुमार ने बताया कार्यक्रम में हरियाणा, उत्तराखंड, पंजाब, उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों से कुल 34 प्रतिभागी भाग लेंगे। इस दौरान अर्थशास्त्र विभाग के प्रो. संजीव शर्मा, प्रो. रविंद्र कुमार, डॉ. सपना जैन, डॉ. रूपेश त्यागी आदि मौजूद रहे।