Saturday, July 12, 2025
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काशी में बाढ़ का खतरा, अब शाम छह बजे के बाद नहीं चलेंगी नावें

  • गंगा में उफान के बीच नौका संचालन का बदला समय।

वाराणसी। गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में गंगा में अब सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक नावें चलेंगी। इसे लेकर जल पुलिस ने नाविकों को सतर्क किया है। गंगा के बढ़ते जलस्तर के बीच नावों के संचालन का समय बदल गया। अब सुबह छह बजे से शाम छह बजे के बीच ही गंगा में नावें चलेंगी। इससे पहले रात आठ बजे तक नावों का संचालन होता था। जल पुलिस के मुताबिक, यह फैसला पर्यटकों की सुरक्षा के लिए लिया गया है। एसीपी दशाश्वमेध अतुल अंजान त्रिपाठी ने बताया कि काशी आने वाले पर्यटक और श्रद्धालु नाव से गंगा घाटों और आरती देखते हैं। गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ा है।

लाइफ जैकेट के बिना किसी को नाव पर नहीं बैठाया जाएगा। जल पुलिस के प्रभारी राजकिशोर पांडेय ने कहा कि नावों के संचालन का समय बदल गया है। इसका सख्ती से अनुपालन होना है। जो नाविक निर्धारित समय-सीमा के बाद नावों का संचालन करेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

गंगा की उमड़ती जलधारा ने अब घाटों के अनुष्ठान कार्यक्रमों सहित जनजीवन को भी अस्त-व्यस्त कर दिया है। दशाश्वमेध पर स्नान कर घाटों के रास्ते बाबा विश्वनाथ के गंगा द्वार पहुंचने का रास्ता भी बंद हो गया है। बीते 24 घंटे में गंगा में 115 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी देखी गई। हर घंटे पांच सेंटीमीटर की गति से पानी ऊपर आ रहा है।

बुधवार को शाम 6 बजे तक गंगा का जलस्तर 64.50 मीटर पर चला आया। जबकि मंगलवार को 63.35 मीटर था। मणिकर्णिका घाट से पहले वाले जितने घाट हैं उन पर पानी चढ़ चुका है। यहां पर आने वाले पर्यटक एक या ज्यादा से ज्यादा 3-4 घाट तक ही आ-जा सकते हैं। इसके बाद सभी के कनेक्शन टूटे ही मिलेंगे। वहीं, सिंधिया घाट से लेकर नमो घाट तक स्थिति उधर से थोड़ी ठीक है। पानी घाटों पर उतना ज्यादा नहीं चढ़ा है।

 

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