Friday, August 8, 2025
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विश्व ने महाकुंभ के रूप में भारत के विराट स्वरूप को देखा: पीएम मोदी

  • लोकसभा में पीएम मोदी के भाषण पर हुआ हंगामा।

एजेंसी, नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू हो गया है, जिसमें वोटर लिस्ट में कथित हेराफेरी, ट्राई लैंग्वेज के मुद्दे पर जोरदार हंगामा हो चुका है। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए लोगों को आभार जताया। कहा कि गंगा जी को धरती पर लाने के लिए भगीरथ का प्रयास लगा था। वैसा ही प्रयास हमने कुंभ में भी देखा। पूरे विश्व ने महाकुंभ के रूप में भारत के विराट स्वरूप के दर्शन किए। सबके प्रयास का यही साक्षात स्वरूप है। ये जनता जनार्दन का, जनता जनार्दन के संकल्पों के लिए, जनता जनार्दन के संकल्पों से प्रेरित महाकुंभ था।

महाकुंभ में हमने हमारी राष्ट्रीय चेतना के जागरण के विराट दर्शन किए हैं। महाकुंभ ने उन शंकाओं और आशंकाओं को भी उचित जवाब दिया है, जो हमारे सामर्थ्य को लेकर कुछ लोगों को मन में रहती है। मैं ये भी देख रहा हूं कि पीढ़ी दर पीढ़ी हमारे संस्कारों के आगे बढ़ना का क्रम सहजता से आगे बढ़ रहा है। हमारी मॉडर्न पीढ़ी कितनी श्रद्धा से महाकुंभ से जुड़े रहें। भारत का युवा अपनी परंपरा, आस्था और श्रद्धा को पूरे गर्व के साथ अपना रहा है। जब विरासत पर गर्व का भाव बढ़ता है तो हमे ऐसी ही भव्य तस्वीरें देखते हैं जो हमने महाकुंभ में देखीं। जिससे भाईचारा बढ़ता है।

महाकुंभ से अनेक अमृत निकलें। एकता का अमृत इसका पवित्र प्रसार है। महाकुंभ के आयोजन में देश के हर कोने से आए लोग एक हो गए। लोग अहम त्याग, मैं नहीं हम की भावना से प्रयागराज में जुटे और पवित्र त्रिवेणी का हिस्सा बनें। जब अलग-अलग भाषा बोलने वाले लोग संगम तट पर हर-हर गंगे का उद्घोष करते हैं तो एकता की भावना बढ़ती है, हमनें देखा है कि वहां छोटे बड़े का कोई भेद नहीं था। एकता का अद्भुत तत्व हमारे अंदर रचा-बसा है। एकता की यही भावना भारतीयों का बहुत बड़ा सौभाग्य है, जब पूरी दुनिया में बिखराव है। एकजुटता का ये प्रदर्शन भारत की विशेषता है। इसी का विराट रूप हमने प्रयागराज में देखा है। हमारी दायित्व है कि एकता में अनेकता की इसी विशेषता को हम निरंतर समृद्ध करते रहें।

 

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