नई दिल्ली। संसद की परिवहन, पर्यटन और संस्कृति मामलों की स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में जोर-शोर से अहमदाबाद विमान हादसे का मुद्दा उठा। सांसदों के सवालों की बौछार पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव की तरफ से कहा गया कि अभी तक कोई जांच रिपोर्ट तैयार नहीं हुई है। कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी समेत विपक्षी सांसदों ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव को कटघरे में खड़ा किया। उनसे सीधा सवाल पूछा गया कि ब्लैक बॉक्स मिल चुका है, तो फिर एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो की रिपोर्ट कहां है, वो कमेटी के सामने लाई जाए। जवाब में मंत्रालय के सचिव ने साफ किया कि अब तक कोई रिपोर्ट तैयार नहीं हुई है।
एक दिन पहले ही रिपोर्ट तैयार होने की खबर सामने आई थी। मामला यहीं नहीं थमा, सूत्रों के मुताबिक मामले ने तब और तूल पकड़ा जब कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने हंगामा मचाते हुए कहा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय और कई एयरपोर्ट की देख-रेख करने वाले औद्योगिक ग्रुप के पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन में एक समान कलर कॉम्बिनेशन और डिजाइन क्यों है? क्या इसी औद्योगिक ग्रुप ने मंत्रालय का प्रेजेंटेशन तैयार किया है या मंत्रालय ने उस ग्रुप का इस पर विपक्षी सांसदों ने खूब हंगामा किया।
इन मुद्दों के साथ ही बैठक में चारधाम यात्रा में हेलीकॉप्टर क्रैश का मसला भी उठा, हाल में 7 हेलीकॉप्टर क्रैश और आखिरी दुर्घटना में 7 लोगों की मौत के मसले पर सवाल जवाब हुए, क्योंकि इस बैठक में यहां सुविधा देने वाली पवन हंस जैसी कई कम्पनियां भी शामिल थीं। इसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के सांसद शामिल थे। सांसदों का मानना था कि तमाम सवालों के अधिकारी जवाब नहीं दे पाए, जिसके बाद उनसे लिखित में सवालों के जवाब मांगे गए हैं।