- महिला सम्मेलन में गूंजे सशक्तिकरण और नेतृत्व के स्वर।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ में दीक्षोत्सव 2025 के अंतर्गत अटल सभागार में भव्य महिला सम्मेलन का आयोजन किया गया। यह आयोजन साहित्यिक-सांस्कृतिक परिषद के तत्वावधान में हुआ, जिसका संयोजन प्रो. नीलू जैन गुप्ता और डॉ. वैशाली पाटील ने किया।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्राओं और महिला प्राध्यापकों की उपस्थिति ने आयोजन को विशेष महत्व दिया। सम्मेलन का उद्देश्य छात्राओं में नेतृत्व क्षमता, आत्मनिर्भरता, सामाजिक चेतना और संवाद कौशल का विकास करना रहा।
मुख्य अतिथि, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त राजनयिक डॉ. जेनीस दरबारी ने कहा महिला शिक्षा ही समाज की वास्तविक प्रगति की कुंजी है। जब महिलाएं शिक्षित और आत्मनिर्भर होती हैं, तो पूरा समाज सशक्त होता है। छात्राओं को चाहिए कि वे अपने सपनों को संकल्प और साहस के साथ आगे बढ़ाएं। महिलाएं केवल परिवार की धुरी ही नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र के भविष्य को दिशा देने वाली शक्ति भी हैं। आज की छात्राएं कल की लीडर बनेंगी और उनके संकल्प शांति, समानता और प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेंगे।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने कहा चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय सदैव महिला शिक्षा और सशक्तिकरण को अपनी प्राथमिकताओं में रखता आया है।
जिले की युवा और ऊजार्वान जिला वन अधिकारी वंदना ने अपने विचार साझा करते हुए महिलाओं को सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण और नेतृत्व के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि आज की नारी केवल एक भूमिका में सीमित नहीं है, बल्कि वह समाज, प्रशासन और पर्यावरण जैसे हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।
बुनकर सेवा केंद्र, हथकरघा विकास आयुक्त (भारत सरकार) द्वारा प्रस्तुत हस्तकरघा एवं हथशिल्प उत्पादों ने प्रतिभागियों का ध्यान आकर्षित किया। आयुवेर्दाचार्य और पंचकर्म विशेषज्ञ डॉ. सुनेत्री सिंह ने भारतीय पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली के महत्व को रेखांकित किया। सम्मेलन में मेडिको हर्ब्स की सीईओ छवि रस्तोगी, सीए अंजू अग्रवाल, डॉ. अमिता कौशिक और स्ट्रीट गुरुकुल की शिक्षिका गार्गी श्रीवास्तव भी उपस्थित रहीं।