मेरठ। शहर की सड़कों पर जाम का एक बड़ा कारण ठेले और रेहड़ी वालो का अतिक्रमण भी हैं। इससे निजात पाने के लिए पांच साल पहले नगर निगम ने जगह-जगह वेंडिंग जोन का निर्माण किया था। मगर आज तक सड़कों पर अव्यवस्थित स्ट्रीट मार्केट को व्यवस्थित करने में निगम असफल ही साबित हो रहा है। ये सच शारदा एक्सप्रेस के रियल्टी चेक में सामने आया है। स्थिति ये है कि जगह-जगह बने वेंडिंग जोन में जगह अलॉट होने के बाद भी ठेले और रेहड़ी वाले वेंडिंग जोन के बाहर सड़क पर ही अपने स्टॉल लगा रहे हैं। इस कारण से शहर की सड़कों से न तो अतिक्रमण कम हुआ है और जाम की समस्या दूर हो पा रही है।
गौरतलब है कि, पांच साल से वेंडिंग जोन की कवायद चल रही है। वहीं, तीन साल पहले वेडिंग जोन में वेंडर्स को बसाने का सिलसिला शुरू किया गया था। इन वेडिंग जोन को प्रमुख सड़कों के किनारे बनाया गया है, ताकि सड़क पर अतिक्रमण न हो और न ही ट्रैफिक जाम लगे। इसके लिए निगम ने आधा दर्जन से अधिक क्षेत्रों में वेडिंग जोन तैयार किए गए थे।
62 हजार से अधिक रजिस्टर्ड: नगर निगम में लगभग 62,000 से अधिक स्ट्रीट वेंडर्स रजिस्टर्ड हैं। इनमें से अभी तक मात्र पांच से सात प्रतिशत स्ट्रीट वेंडर्स को ही स्ट्रीट वेंडिंग जोन में जगह अलॉट की गई है। लेकिन ये वेंडर्स भी वेडिंग जोन में अपना स्टोर रूम बनाकर सड़क किनारे ही अपना स्टॉल लगाकर कारोबार चला रहे हैं।
इन जगहों पर बनी हुई है वेडिंग जोन: सूरजकुंड पार्क के सामने, तेज गढ़ी से मेडिकल, नंगलाताशी में सरधना रोड पर नाले किनारे साइड पटरी पर, पल्लवपुरम फेज दो में एनएच-58 से उदय सिंह रोड तक, रूड़की रोड पर, पीएसी नाले किनारे साइड पटरी, परपल्लव पुरम फेज एक में भी स्ट्रीट वेंडिंग जोन है।
वेडिंग जोन के बाद जाम: सूरजकुंड पार्क के पास स्ट्रीट वेंडिंग जोन बने हुए चार साल हो चुके हैं। यहां पर वेडिंग जोन का काम 13 अक्टूबर 2020 को शुरू किया गया था। इसके लिए निर्माण अनुभाग ने करीब 17.07 लाख रुपये से पार्क के आसपास करीब 80 स्ट्रीट वेंडर्स को बसाने की योजना बनाई थी। यहां वेडिंग जोन पर दुकानदारों के खोखे रखे रहते हैं तो स्टॉल सड़क पर ही लगा रहता है। जिस कारण से यहां शाम होते ही जाम लग जाता है। इसके अलावा हंस चौराहे के पास स्ट्रीट वेंडिंग जोन की केवल एक दर्जन के करीब दुकानें ही बनी। इन दुकानों के तैयार होने के बाद से ही उनमें ताले लटके हुए हैं।
तेज गढ़ी से मेडिकल तक अतिक्रमण: साल 2020 में तेजगढ़ी से आनंद हॉस्पिटल फिर मेडिकल तक और रोड साइड वेडिंग बनाने का काम शुरू किया था, जो कि 2022 में चालू हो गया था। लेकिन आज तक वेडिंग जोन में 10 से 12 वेंडर्स ही अपनी जगह पर दुकानें खोल सके हैं। इसके अलावा वेडिंग जोन खाली पड़ा है या फिर केवल वेडिंग जोन का उपयोग सामान रखने में किया जा रहा है। स्थिति यह है कि वेडिंग जोन के बाद सड़क तक फड़ व ठेले वालों का अतिक्रमण हुआ पड़ा है।
कई जगह चल रहा काम
वहीं नंगला ताशी में सरधना रोड पर नाले किनारे साइड पटरी पर निर्माण कार्य अभी जारी है। पल्लवपुरम फेज दो में एनएच-58 से उदय सिंह रोड तक वेडिंग जोन बनने के बाद भी जाम और अतिक्रमण की स्थिति बनी रहती है। रूड़की रोड पर पीएसी नाले किनारे साइड पटरी पर वेंडिंग जोन का काम अधर में है और पल्लवपुरम फेज-1 में भी स्ट्रीट वेंडिंग जोन का काम अंतिम चरण में चल रहा है।
यह रही कमियां
रोड से दूर होने के कारण ग्राहक वेंडिंग जोन तक नहीं आ पाते हैं, जिस कारण से वेंडर्स दुकानें ही सड़क किनारे लगा लेते हैं। वहीं वेंडिंग जोन में बेसिक सुविधाओं का अभाव है यहां लाइट, सार्वजनिक शौचालय नहीं हैं। वेंडिंग जोन में चढ़ने वाले रैंप में फिसलन है। जिस कारण चोट लगने की संभावना है। इसके अलावा वेंडिंग जोन में रैंप भी सही नहीं बनाए गए हैं।
जहां वेंडिंग जोन बन चुका है वहां वेंडर्स को जगह अलॉट की जा चुकी है। इसके बाद भी वेंडर्स अपनी निर्धारित जगह पर स्टाल नही लगा रहे हैं तो जांच कर संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी। – प्रमोद कुमार, अपर नगर आयुक्त