- शिक्षिका नईमा की मौत के मामले में परिवार ने की कार्यवाही की मांग।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। मंगलवार को मनोविज्ञान की शिक्षा की आत्महत्या के मामले में आरोपियों पर कार्यवाही न होने के चलते परिवार ने एसएसपी से मामले की शिकायत की है। सिविल लाइन पुलिस मृतका के प्रेमी को जेल भेज चुकी है, जबकि उसके परिवार वाले अभी फरार है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि मृतका ने सुसाईड नॉट में प्रेमी और उसके परिवार वालों को दोषी बताया था। उसके बाद भी उनकी गिरफ्तारी नही हुई।
बड़ौत के मोहल्ला पठान कोट के रहने वाले नौशाद पुत्र बाबू ने मंगलवार को एसएसपी को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि उसकी बेटी 29 साल की नईमा चौ० चरण सिंह विश्वविद्यालय में प्राईवेट मनोविज्ञान की शिक्षिका थी और पांडवनगर में रहती थी, 8 अगस्त को नईमा के मकान मालिक ने उन्हें फोन कर बताया कि नईमा अपने कमरे का दरवाजा नहीं खोल रही है इस दौरान मकान मालकिन ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुची पुलिस ने नईमा के कमरे का गेट तोड़ा तो नईमा अपने दुपटटे से गले में फांसी का फंदा डालकर पंखे पर झूल रही थी।
पुलिस को नईमा के कमरे से एक सुसाईड नोट मिला है जिसमें लिखा कि मेरी मौत के जिम्मेदार तारिक, तारिक के अब्बू, तारिक की अम्मी, तारिक की बहन ओर तारिक का भाई है। इससे सम्बन्धित अन्य जानकारी मेरे लेपटॉप में मिलेगी, पुलिस ने नईमा के कमरे से एक लेपटॉप, डायरी सहित एक फोन बरामद किया। पुलिस द्वारा आरोपी तारिक को गिरफतार कर लिया और जेल भेज चुकी है। पुलिस ने अभी तक बाकी आरोपियों की गिरफ्तार नही किया है।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस बाकी आरोपियों को गरीब बताकर बचाने का प्रयास कर रही है। उनका आरोप था कि उन्हें शक है कि कही पुलिस अन्य लोगो के नाम मुकदमे से न निकाल दे। पीड़ित परिवार ने मामले की शिकायत एसएसपी से करते हुए सभी आरोपियों की गिरफ़्तारी की मांग की है और उन्हें सख्त से सख्त सजा देने की गुहार लगाई है।