– परिवार को भी थी कट्टरपंथी बनने की जानकारी।
नई दिल्ली। दिल्ली ब्लास्ट के बाद अब तक कई तरह की जानकारी सामने आई है। इसके साथ ही मौत का फाइनल आंकड़ा भी आ गया है। इसके मुताबिक आतंकी डॉ. उमर को मिलाकर 12 लोगों की जान इस हादसे में गई है। उमर को लेकर परिवार को पहले ही अंदेशा था कि वह कट्टरपंथी हो चुका है। हालांकि उनकी तरफ से इस मामले में सुरक्षा एजेंसियों को किसी तरह की कोई जानकारी नहीं दी गई।
आतंकी डॉ. उमर तुर्की के अंकारा में बैठे अपने हैंडलर (संभावित कोडनेम) के साथ सेशन ऐप के जरिए लगातार संपर्क में था। सूत्रों के मुताबिक मार्च 2022 में कुछ लोग भारत से अंकारा गए थे। शक है कि इनमें उमर समेत फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल में पकड़े गए अन्य संदिग्ध भी शामिल थे.अंकारा विजिट के दौरान इनका ब्रेनवॉश किया गया था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी इसकी पुष्टि के लिए नई दिल्ली स्थित तुर्किये दूतावास से संपर्क में है और सहयोग मांगा है।
दिल्ली ब्लास्ट को लेकर हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. आतंकी उमर के रूट को लेकर एक और जानकारी सामने आई है। इसके मुताबिक उमर फरीदाबाद से फरार होने के बाद मेवात होते हुए फिरोजपुर झिरका पहुंचा था।
यहां से वह फिर वापस दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस से दिल्ली की तरफ आ रहा था। उसने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर एक ढाबे पर रात गुजारी थी. वह रात में भी कार में ही सोया था। इसके बाद वह दिल्ली-मुंबई हाईवे से होते हुए वापस वाया मुरादाबाद होकर दिल्ली के बदरपुर बॉर्डर से घुसा। आरोपी उमर दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे पर सीसीटीवी कैमरों में कैद हुआ था। पुलिस के पास डॉ उमर के करीब 50 जगहों के सीसीटीवी फुटेज हैं।
यानी डॉक्टर उमर जब फरीदाबाद से दिल्ली में घुसा है। उसने दिल्ली के कई इलाकों के चक्कर लगाए थे। दिल्ली पुलिस मैपिंग के हिसाब से 3 बजे से पहले इसने दिल्ली की कई जगहों पर गाड़ी घुमायी है। दिल्ली पुलिस के जिलों के मुताबिक पहले ये फरीदाबाद से साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट में कई जगह देखा गया।



