पटना। चुनाव आयोग ने एसआईआर के बाद बिहार के कुल 78969844 मतदाताओं में से 6564075 वोटरों के नाम हटा दिए हैं। वर्तमान में जो ड्राफ्ट लिस्ट जारी की गई है, उसमें 72405756 वोटरों के नाम शामिल हैं। इस मामले पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बड़ी जानकारी दी। तेजस्वी यादव ने कहा, ‘मेरा खुद का नाम वोटर लिस्ट में नहीं है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि जब से एसआईआर की प्रक्रिया चल रही थी, तब से ही ट्रांसपरेंसी नहीं रखी गई। बिना किसी राजनीतिक दल को लूप में रखे, इन्होंने एसआईआर करने का निर्णय कर लिया। इसके प्रक्रिया को लेकर के चाहे डॉक्यूमेंट, पलायन, टाइमिंग को लेकर काफी विवाद हुआ और विपक्ष द्वारा इसे लेकर सवाल उठाए गए। हम लोगों की जो मांगें थीं, चुनाव आयोग द्वारा उसपर कोई कार्रवाई नहीं की गई। सुप्रीम कोर्ट के सुझाव की भी अनदेखी चुनाव आयोग द्वारा की गई है। ये लोग बड़े पैमानें पर जो नया वोटर लिस्ट आएगा, उसमें से कई गरीब लोगों के ये नाम काटेंगे। लेकिन चुनाव आयोग कहता रहा कि किसी का नाम नहीं काटा जाएगा।
तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव आयोग ने कहा था कि पुराने वाले वोटर लिस्ट से जिसका भी नाम कटेगा, उस लिस्ट की जानकारी राजनीतिक दलों को देने का काम चुनाव आयोग करेगा। तकरीबन हर विधानसभा से 20 से 30 हजार नाम काटे गए हैं। यानी कुल 65 लाख यानी साढ़े 8 फीसदी के करीब वोटर्स के नाम काट दिए गए हैं।
इस दौरान तेजस्वी यादव ने बयान देते हुए ये कहा कि मेरा खुद का नाम लिस्ट में नहीं है। हालांकि तेजस्वी यादव के इस बयान के बाद चुनाव आयोग ने तेजस्वी यादव के दावे को गलत बताते हुए पूरी लिस्ट को जारी कर दिया है। इस लिस्ट में साफ देखा जा सकता है कि तेजस्वी यादव इस वोटर लिस्ट में 416वें स्थान पर हैं।
चुनाव आयोग ने कहा कि तेजस्वी का नाम वोटर लिस्ट में है। तेजस्वी जिस एपिक नंबर से चेक कर रहे थे, वो एपिक नंबर बदल गया है। नया एपिक नंबर डालने के बाद वोटरलिस्ट में तेजस्वी यादव का नाम दिख रहा है।