शारदा न्यूज़, मेरठ। आज कुलपति कार्यालय के सम्मुख विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालयों के शिक्षकों द्वारा अपनी विभिन्न मांगों के लेकर धरना दिया गया। उनका कहना था कि मा० कुलपति द्वारा उनसे मिलने का समय प्रदान नहीं किया जाता जो सरासर गलत है। जबकि दिनांक 14 दिसम्बर, 2023 को कुलपति द्वारा शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं के निवारण हेतु विश्वविद्यालय के समस्त अधिकारियों के समक्ष शिक्षकों के दोनों गुटो (मूटा) को मिलने का समय दिया गया था।
उस दिन एक गुट कुलपति से मिलकर गया जबकि दूसरा गुट कुलपति कार्यालय में उपस्थित होने के उपरान्त भी कुलपति से यह कहकर नही मिला कि आपके द्वारा दूसरे गुट को मिलने हेतु क्यों बुलाया गया, जबकि कुलपति महोदया को शिक्षकों की समस्याओं के निवारण हेतु शिक्षकों के समस्त गुटों से मिलना आवश्यक है। कुलपति एवं विश्वविद्यालय अधिकारियों द्वारा पूर्व में भी समय-समय पर उनकी मांगो के सम्बन्ध में शिक्षकों से वार्ता की जाती रही है। शिक्षकों का यह कथन कि उनके द्वारा विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित की जाने वाली आगामी परीक्षाओं का बहिष्कार किया जायेगा, शिक्षकों की मर्यादा के अनुरूप नही है। विश्वविद्यालय की परीक्षाएँ ससमय सम्पन्न कराना विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय का दायित्व है।