मेरठ। चौ. चरण सिंह विवि में एनईपी सहित सेमेस्टर और वार्षिक परीक्षाओं में इंटरनल, वायवा और प्रैक्टिकल के अंकों से रिजल्ट फंसने की समस्या इसी सत्र से खत्म होने की उम्मीद है।
अभी तक रिजल्ट और अंक अपलोड करने की व्यवस्था को खत्म करते हुए विवि ने एक ही कंपनी को यह जिम्मेदारी दे दी है। जो कंपनी रिजल्ट बनाएगी, उसकी जिम्मेदारी कॉलेजों से आंतरिक परीक्षा, प्रैक्टिकल एवं वायवा के अंक अपलोड करने की होगी। विवि का दावा है कि इससे डाटा नहीं मिलने और प्रोसेसिंग में गलती की समस्या से निजात मिलने की उम्मीद है। बीते वर्षों में एनईपी में इंटरनल अंक नहीं मिलने से 400 से अधिक कॉलेजों के परिणाम वर्षभर अटके रहे थे।