लखनऊ। उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। कांग्रेस ने सभी सीटों पर प्रभारी और पर्यवेक्षक उतारने के बाद सम्मेलन शुरू किया है। इसी तरह बूथ कमेटियां भी तैयार की जा रही है। जहां पहले से कमेटी बनी है, उसकी समीक्षा की जा रही है।
उपचुनाव वाली 10 विधानसभा सीटों में कांग्रेस ने पांच पर दावा किया है। पार्टी मिजार्पुर की मझवा, प्रयागराज की फूलपुर, गाजियाबाद, खैर और मीरापुर सीट पर दावा किया है। कांग्रेस का तर्क है कि इन सीटों पर आम चुनाव में सपा का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। ऐसे में इन पर कांग्रेस उम्मीदवार उतारा जाए। दूसरी तरफ सपा ने एक से दो सीटें देने की बात कही लेकिन इसमें भी स्पष्टता नहीं है।
सपा की ओर से भविष्य में सीटें देने से इन्कार करने की आशंका को देखते हुए कांग्रेस ने सभी 10 सीटों पर प्रभारी व पर्यवेक्षक तय कर दिए हैं। प्रभारी व पर्यवेक्षक संबंधित सीटों पर सम्मेलन कर रहे हैं। इन सम्मेलनों के जरिये संगठन को बूथ स्तर पर तैयार किया जा रहा है। ऐसे में सपा और कांग्रेस के अंदरखाने में जिस तरह से तैयारी चल रही है, उससे उपचुनाव में इंडिया गठबंधन के बरकरार रहने पर संशय है।
संभावित उम्मीदवारों की तलाश तेज
कांग्रेस ने सभी 10 विधानसभा सीटों पर संभावित उम्मीदवारों की तलाश शुरू कर दी है। यह भी संभव है कि मझवां विधानसभा क्षेत्र से प्रदेश अध्यक्ष अजय राय अथवा उनके परिवार के सदस्य मैदान में उतर सकते हैं। यह सीट पहले भी कांग्रेस के पास रही है। हालांकि प्रदेश अध्यक्ष अजय राय अभी खुल कर कुछ बोलने को तैयार नहीं है। वह कहते हैं कि शीर्ष नेतृत्व के आदेश के अनुसार उपचुनाव लड़ा जाएगा। पांच विधानसभा क्षेत्र के लिए प्रस्ताव केंद्रीय नेतृत्व को भेजा जा चुका है।