शारदा रिपोर्टर मेरठ। शोभित विश्वविद्यालय में शुक्रवार को 15वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक, डिग्री व प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। समारोह में मुख्य अतिथि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रहे।
समारोह का शुभारंभ पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेन्द्र, सविता कोविन्द, विशिष्ट अतिथि डॉ. ब्रेन ओ डोनेल, जैक सिम ज्यूक वाह, नाईस सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. शोभित कुमार ने मां सरस्वती के समक्ष दीप जलाकर किया। विवि के कुलपति प्रो. डॉ. विनोद कुमार त्यागी ने अतिथियों का स्वागत किया और विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत की। कुलपति प्रो. डॉ. विनोद कुमार त्यागी ने सभी उपाधि प्राप्तकर्ताओं को दीक्षा की शपथ दिलाई।
दीक्षांत समारोह के दौरान पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले 39 छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक व प्रशस्ति पत्र प्रदान किए। पीएचडी के 99 छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की गई। इसके अलावा 638 स्नातक और स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं को भी डिग्री प्रदान की गई।
दीक्षांत समारोह में शोभित विश्वविद्यालय के विशिष्ट अतिथि जैक सिम वर्ल्ड टॉयलेट ऑर्गेनाइजेशन सिंगापुर के संस्थापक को सैनिटाइजेशन के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य को लेकर डॉक्टर ऑफ लिटरेचर व ब्रायन ओ’डोनिल मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ सेंटर फॉर पेवमेंट एक्सीलेंस एशिया पेसिफिक लिमिटेड ऑस्ट्रेलिया को अपशिष्ट से ऊर्जा और सड़क स्थिरीकरण के क्षेत्र में किए गए विशिष्ट कार्य को लेकर डॉक्टर ऑफ साइंस की मानद उपाधि मुख्य अतिथि रामनाथ कोविंद ने प्रदान की।
जैक सिम ने कहा कि अपने आप को खुश रखो, परिवार को खुश रखो, अपने बड़ों का सम्मान करो, विभिन्न प्रकार के शोध करो, अपने आपको हमेशा चैलेंजिंग रखिए। ब्रायन ओ’डोनिल ने कहा कि हमेशा कुछ करते रहना चाहिए, डिस्कवर योर लाइफ, आपकी लाइफ का उद्देश्य क्या है यह जानने की कोशिश करो, तभी आगे बढ़ सकते हो और अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकते हो।
महिला सशक्तिकरण को देना होगा बढ़ावा, तभी देश बढ़ेगा आगे : रामनाथ कोविंद
शोभित विवि के 15वें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पहुंचे। मुख्य अतिथि डॉ. शोभित कुमार, कुंवर शेखर विजेन्द्र, डॉ. विनोद त्यागी, राजेन्द्र अग्रवाल, प्रो. रंजीत सिंह, जैक सिम, ब्रेन ओ डोनेल ने स्वागत किया। पूर्व राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि आप सभी के बीच शामिल होकर मुझे खुशी हो रही है।
कहा कि 39 स्वर्ण पदक प्राप्त करने वालों में 24 बेटियों ने पदक प्राप्त किए। यह जान कर बहुत गर्व हुआ। कहा कि महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना चाहिए, तभी देश को आगे बढ़ा सकते है। कहा कि बेटियां हर कदम में आगे है। चाहे वह नेवी हो या आर्मी का क्षेत्र, महिला आगे बढ़ रही है। पहले जहां यह भागीदारी सिर्फ पांच प्रतिशत थी, अब वो बढ़कर 10 प्रतिशत हो गई है। मेरठ के विषय में कहा कि मेरठ की विरासत अनूठी है, 1857 में ब्रिटिश शासन काल में पहला स्वतंत्रता संग्राम मेरठ से शुरू हुआ था।
कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेंद्र ने कहा कि आज जब आपकी दीक्षा का अंत होने जा रहा है तो पूर्व राष्ट्रपति की उपस्थिति से अच्छा क्या हो सकता है। शिक्षा के द्वारा आत्मबल और आत्मविश्वास बढ़ता है, इसलिए 24 घंटे कुछ नया करने की इच्छा साथ रखो। कहा कि जब बालक छोटा होता है, तब वह अनेक सपने देखता है और उन सपनों को साकार कराने का काम आप सभी के अभिभावक करते है।
कुलाधिपति ने बताया कि शिक्षा नवीन विचारों को जन्म देती है, शिक्षा सीखने और सीखाने का कार्य करती हैं, इसलिए शिक्षा रुकनी नही चाहिए। समारोह के अंत में विश्वविद्यालय के संरक्षक व नाइस सोसायटी ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. शोभित कुमार ने मुख्य अतिथि रामनाथ कोविंद को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इन्हें मिला स्वर्ण पदक
समीर, सिद्धार्थ शर्मा, सर्वेश कुमार सुमन, तनिषा अग्रवाल, छवि किरण गुप्ता, अनिशा कुमारी, दलजीत कौर, तनिष्क चंद्रा, जयतोश कुमार, विकास कुमार, अमीषा विश्नोई, मानवी, लवली रुहेला, विशाखा गोस्वामी, श्रृष्टि शर्मा, निशा रानी, याशी कोहरवाल, भानु दत्त, अंजली श्रीवास्तव, आशिमा शर्मा, श्रेया बावेजा, एकांश जुनेजा, ऋतु जैन, अनन्या शर्मा, विभा गुप्ता, राधिका शर्मा, सोहित कुमार, नैंसी करनवाल, कशिश सक्सैना, धीरज पंडित, यशिका शर्मा, रूबी, यश वर्मा, टीना रानी, चेतना त्यागी, रमा कांत, बिनाया भूषण मेहर, शेखर, और रविकांत सरल।