मेरठ। भाजपा प्रत्याशी अरुण गोविल को लेकर पार्टी का कार्यकर्ताओं में दिख रही उदासीनता खत्म हो जाएगी। शंकर आश्रम में सांसद से लेकर भाजपा संगठन से जुड़े सभी लोगों को सख्त हिदायतें दे दी गई है कि प्रत्याशी अरुण गोविल को बाहरी न समझा जाए। ये प्रधानमंत्री मोदी के प्रत्याशी है। हर जगह गोविल का जाना जरूरी नहीं है। हर जगह पार्टी के नेता अपने कार्यकर्ताओं के साथ प्रचार करें और मतदान के लिए प्रेरित करें। इसको देखते हुए भाजपा नेता ज़यकरण, मेयर हरिकांत अहलूवालिया और अमित अग्रवाल को अरुण गोविल के साथ लगाया गया है।
संघ की मीटिंग के बाद भाजपा नेताओं में एनर्जी दिखनी शुरू हो गई है। सूत्रों ने बताया कि संघ की सख्त मीटिंग का असर दिखने लगा और पार्टी के पदाधिकारी अपनी अपनी टीम के साथ कॉलोनी और मोहल्लों में जाने लगे। लावड़ रोड स्थित इंद्रप्रस्थ सोसाइटी में कैंट बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष सुनील वाधवा पूरी टीम के साथ कॉलोनी गए और जनसंपर्क किया। सांसद राजेंद्र अग्रवाल, विधायक अमित अग्रवाल, विधायक सोमेंद्र तोमर, विधायक दिनेश खटीक समेत संगठन से जुड़े पदाधिकारियों को निजी तौर पर प्रचार करने को कहा गया है। लोकसभा क्षेत्र में सवर्ण वोटरों के अलावा ओबीसी पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है। इसके लिए खास रणनीति के तहत काम शुरू कर दिया गया है। इस पूरे प्लान पर संघ की निगाह है।
संघ ने साफ कह दिया है कि अरुण गोविल के अपने कार्यक्रम लगे हुए है और हर जगह उनको बुलाने के बजाय पार्टी के मजबूत पदाधिकारी खुद मोर्चा संभालें।