- सायमीन बोली: ‘मुस्लिम अपनी बीवियों को मारते हैं, 4-4 औरतें रखते हैं’ इसलिए अपनाया हिंदु धर्म।
मुरादाबाद। छजलैट थाना इलाके के गांव गोलापांडेय उर्फ सुंदलीपुर में एक अनोखी प्रेम कहानी सामने आई है। जहां, सायमीन नाम की मुस्लिम युवती ने अपने पड़ोसी रूपेंद्र के साथ प्रेम प्रसंग के चलते हिंदू धर्म अपना लिया और अपना नाम श्रुति रख लिया। दोनों ने आर्य समाज मंदिर में सात फेरे लिए और शादी कर ली है।
दोनों प्रेमी युगल एक गांव के निवासी हैं और उनके घर आमने-सामने हैं। पिछले 7 साल से दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था, लेकिन शादी के आड़े दोनों का धर्म आ रहा था। दोनों के परिवार शादी कराने के लिए तैयार नहीं थे, इसलिए उन्होंने घर से भागकर शादी करने का मन बना लिया। प्रेमी युगल ने पिछले कुछ महीनों से दिल्ली में रहकर नौकरी शुरू कर दी थी। तीन से चार दिन पहले दोनों लखनऊ पहुंच गए और आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली।
गोपालपुर पांडेय गांव में इस्लाम और चरन सिंह के घर आमने-सामने हैं। ये लव स्टोरी इस्लाम की बेटी सायमीन और चरन सिंह के बेटे रूपेंद्र की है। सायमीन अब हिंदू धर्म अपनाकर श्रृति बन चुकी है। दोनों ने 7 साल पहले एक-दूसरे को पसंद किया और अफेयर शुरू हो गया। साल 2024 में सायमीन ने अपने प्रेमी के साथ घर छोड़ दिया था, लेकिन परिवार वालों ने उन्हें पकड़ लिया और जबरन सायमीन की शादी दिल्ली निवासी सैफ से कर दी। सैफ एक पैर से विकलांग है और सायमीन का उनसे एक बच्चा भी है।
सायमीन और रूपेंद्र के बीच की मोहब्बत ने आखिरकार फिर से मिलने की ठानी और सायमीन रूपेंद्र की खातिर अपने पति और बच्चे को छोड़कर वापस रूपेंद्र के पास आ गई। दोनों ने खुर्जा के आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली और सायमीन ने खुशी-खुशी सनातन धर्म स्वीकार कर लिया।
श्रुति ने बताया कि उनके पहले पति सैफ उन्हें मारते-पीटते थे और उन्हें हिंदू धर्म पसंद है क्योंकि इसमें महिलाओं का सम्मान है। उन्होंने कहा मुझे हिंदू रीति रिवाज पसंद है और इसीलिए मैंने रूपेंद्र से प्यार किया और अब शादी कर ली है। मुसलमान धर्म मुझे पसंद नहीं है, क्योंकि मारते तोड़ते हैं और 4 – 4 शादियां करते हैं।
रूपेंद्र ने बताया कि उन्होंने और श्रुति ने कानूनी और धार्मिक रीति से शादी की है, लेकिन अब उन्हें श्रुति के परिवार और गांव से जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है।