– केबिनेट मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने किया मेरठ शहर के कारसेवकों का सम्मान
शारदा रिपोर्टर
मेरठ। श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए जिन लोगों ने संघर्ष किया, गोली और लाठियां खाई, उन्हीं के संघर्ष का परिणाम है कि आज श्रीराम मंदिर निर्माण हो रहा है और उसकी प्राणप्रतिष्ठा उत्सव चल रहा है। समाज इन कारसेवकों का बलिदान और संघर्ष हमेशा याद रहेगा। यह बात शुक्रवार को पं. दीन दयाल उपाध्याय कालेज के सभागार में आयोजित कारसेवकों के सम्मान समारोह में उत्तर प्रदेश के केबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कही।
स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि आज भी 90 के दशक का वह संघर्ष याद आता है। प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी और राम भक्तों को जेलों में डाला जा रहा था। यही नहीं उन पर लाठियां बरसाई जा रही थी और गालियां दी जा रही थी। तत्कालीन सपा सरकार का सितम यहीं नहीं रूका, जब कारसेवक विवादित ढांचे तक पहुंचे तो उन निहत्थे राम भक्तों पर गोलियां चलवा दी।
लेकिन इसी संघर्ष का परिणाम है कि आज केंद्र और यूपी में भाजपा की सरकार है। वही भाजपा जिसने राम मंदिर निर्माण का संकल्प लिया था और राम मंदिर निर्माण के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने अपनी कुर्सी तक कुर्बान कर दी थी।
स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि राममंदिर का भव्य निर्माण हो रहा है। 22 जनवरी को हर हिंदु के लिए यह दीपावली जैसा उत्सव है। इसलिए इस दिन घरों में दीपक जलाने के साथ ही रामधुन बजाएं और धार्मिक आयोजन करें। उन्होंने कहा कि सरकार इस आयोजन में साथ है।
कार्यक्रम में राममंदिर निर्माण आंदोलन के तहत जेल जाने वाले और आंदोलन करने वाले कारसेवकों को सम्मानित किया गया। इस दौरान भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेंद्र सिसौदिया ने भी विचार व्यक्त किए।
छत्रपति शिवाजी स्मारक समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में महापौर हरिकांत अहलूवालिया, पूर्व महानगर अध्यक्ष करुणेश नंदन गर्ग, कमल ठाकुर, नरेंद्र उपाध्याय, अंकित सिंघल, सतीश शर्मा, अजय गुप्ता, विवेक रस्तोगी, नीरज त्यागी, डा. अंजू वारियर, संगीता पंडित आदि बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।