– घेरा तो बरसाई गोलियां, एसटीएफ ने सीने में मारी गोली, जवान भी घायल
बागपत। ट्रक ड्राइवरों की हत्या कर लूटने वाला एक लाख का इनामी साइको किलर एनकाउंटर में मारा गया। पुलिस को बदमाशों की मूवमेंट की सूचना मिली थी। टीम ने घेराबंदी की तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। बदमाशों की गोली नोएडा रळऋ के हेड कॉन्स्टेबल सुनील कुमार को लग गई। एसटीएफ की जवाबी कार्रवाई में संदीप पहलवान के सीने और पैर में गोली लग गई। उसे और हेड कॉन्स्टेबल को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां इलाज के दौरान संदीप ने दम तोड़ दिया। हेड कॉन्स्टेबल की हालत स्थिर बताई जा रही है। बदमाश संदीप पहलवान हरियाणा के रोहतक जिले के भैणी महाराजगंज का रहने वाला था। आरोपी के खिलाफ लूट और डकैती के 16 मामले दर्ज थे। ट्रक ड्राइवरों को बहुत ही बेरहमी से मारता था। इसलिए पुलिस इसे साइको किलर कहती थी।
कानपुर में ट्रक से चार करोड़ रुपए की निकिल प्लेट लूटी थी
एसपी सूरज कुमार राय ने बताया कि 15 मई की रात बदमाश संदीप लोहार ने गिरोह के सदस्यों के साथ मिलकर कानपुर में ट्रक से चार करोड़ रुपए की निकिल प्लेट लूटी थी। इस घटना के बाद से फरार था। इस पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था। इसकी तलाश में एसटीएफ भी लगी थी।
रविवार देर शाम पुलिस को सूचना मिली कि संदीप बागपत के मवीकलां में है। यमुना पुश्ते पर एसटीएफ और बागपत कोतवाली पुलिस पहुंची तो वहां संदीप के साथ इनकी मुठभेड़ हो गई, जिसमें संदीप लोहार को पैर और सीने में दो गोलियां लग गईं। उसे अस्पताल ले आया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
घटनास्थल से पिस्टल, बाइक और कारतूस बरामद किए गए। इस मुठभेड़ में रळऋ के सिपाही सुनील कुमार भी घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
संदीप लोहार पहले ट्रक ड्राइवर था, बाद में अपराध की दुनिया में आ गया। 2012 में उसने पहला अपराध किया। जिस ट्रक को वह चलाता था, उसमें लदा सामान बेच दिया। उसके खिलाफ रोहतक के कलानौर थाने में मामला दर्ज हुआ था। इसके बाद उसने अपना गिरोह बनाकर अपराध करना शुरू कर दिया।
साल 2013 में उसने हिसार में लूट के बाद ट्रक ड्राइवर की हत्या कर दी। 2014 में गुरुग्राम में हत्या, फिर हिसार में लूट के बाद हत्या की घटना को अंजाम दिया। 2015 में रोहतक जिले में हत्या की वारदात को अंजाम दिया। फिर 2016 में गुरुग्राम में चोरी और हिसार में दो अलग-अलग लूट की घटनाओं को अंजाम दिया।
इसके बाद उसके खिलाफ 5 साल तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। 2021 में रोहतक में मारपीट का मुकदमा दर्ज हुआ। 2023 में रोहतक में चोरी समेत तीन घटनाओं को अंजाम दिया। 2025 में कानपुर लूट की घटना को अंजाम दिया था।