विधायक जो चुनकर गए, उन्हें लालच देकर भाजपा ने अपनी तरफ खींच लिया।
मुजफ्फरनगर। पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रालोद के भाजपा गठबंधन में शामिल होने पर निशाना साधा। उन्होंने रालोद का नाम लिए बिना कहा कि जो लोग हमारे साथ रुपया बन गए थे, वह भाजपा घोड़े की ढाई चाल से किधर गिरेंगे, कोई नहीं जानता?
मीरापुर की जनसभा में अखिलेश यादव ने कटाक्ष करते हुए कहा कि बड़े-बड़े विधायक जो चुनकर गए, उन्हें भी लालच देकर भाजपा ने अपनी तरफ खींच लिया। पता नहीं कौन सा पैकेज मिला है, विधायकों को और दलों को, वह हम नहीं समझ पा रहे हैं?
विधानसभा चुनाव 2022 में रालोद-सपा गठबंधन में जीते विधायकों पर बोले कि आपने अपनी वोट से जिताया, उन्होंने आपको और हमें ही धोखा दे दिया। अखिलेश ने कहा कि हम तो पूरी तरह शतरंज नहीं जानते। थोड़ा-बहुत जानते हैं लेकिन बीजेपी के घोड़े की ढाई चाल से वो दल कहां चला गया, जिनसे लड़कर हमनें उन्हें जिताया, आज पैकेज पाकर उनके साथ ही खड़े हो गए। इसलिए यह चुनाव हमारे और आपके भविष्य का चुनाव है। आने वाली पीढ़ी का चुनाव है।
अखिलेश यादव ने कहा कि यह संविधान मंथन का चुनाव है। एक तरफ संविधान के रक्षक और दूसरी तरफ भक्षक हैं। भाजपा पर निशाना साधा कि संविधान में दिए गए अधिकारों को एक-एक करके छीन रहे हैं। यह लोग सत्ता से नहीं हटे तो सब अधिकार छीन लेंगे। इतनी लूट और इतना झूठ किसी सरकार में नहीं बोला गया।
400 पार का नारा देने वाले जीत गए तो काले कानून लागू कर देंगे। हमारे आपके खेत और फसलें बड़े-बड़े उद्योगपतियों के हवाले कर देंगे।
उन्होंने कहा प्रधानमंत्री कह रहे थे कि भंडारण तैयार करा दिया है। लेकिन यह सरकारी भंडारण नहीं , बड़े-बड़े उद्योगपतियों के भंडारण है। मनचाही कीमत पर खरीदकर बाजार से मुनाफा कमाने के लिए भंडारण कर रहे हैं। गेहूुं पर एमएसपी नहीं मिली। हमने अधिकार पत्र जारी किया है, एमएसपी का अधिकार देंगे। बीजेपी वाले विश्वगुरू बनाने की बात करते हैं, लेकिन 10 साल में एक लाख किसानों ने आत्महत्या की है। अखिलेश यादव ने कहा कि हमने किताबों में इंडिया पढ़ा था। लेकिन बीजेपी वाले इंडी कहते हैं। इंडिया को नहीं पढ़ पा रहे और इंडिया के लोगों को नहीं पढ़ पा रहे हैं।
अखिलेशन ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने की बात कहने 10 साल बाद भी घबराए हुए हैं। अगर 400 पार जा रहे होते तो दिल्ली के मुख्यमंत्री को झूठे मुकदमें लगाकर जेल नहीं भेजना पड़ता। झारखंड के मुख्यमंत्री को जेल भेजा। 400 पार वाले घबराए हुए हैं। पहलवान जब कुश्ती हारने लगता है तो क्या -क्या नहीं करता है।