झारखंड: दुमका में मंगलवार को पीएम मोदी ने एक सभा को संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला, प्रधानमंत्री ने कहा “JMM और कांग्रेस झारखंड को हर तरह से लूट रहे हैं।
नरेंद्र मोदी ने कहा 2014 में आपने मोदी को आशीर्वाद दिया था तब पूरा देश कांग्रेस के कुशासन से तंग आ चुका था। आप याद करें 2014 में मोदी के आने से पहले रोज-रोज घोटाले होते थे। कांग्रेस गरीबों के नाम पर पैसे लूटती थी। मोदी ने वो सब बंद कर दिया। जनता का पैसा आज जनता के हित में इस्तेमाल हो रहा है।
मोदी ने कहा … JMM, कांग्रेस, RJD खुले आम बेशर्मी के साथ धमकी दे रहे हैं, वो कहते हैं कि मोदी को हटाना है, वे ऐसा क्यों कह रहे है? ताकि फिर से उनको घोटाले करने का मौका मिल सके।
नरेंद्र मोदी ने कहा JMM और कांग्रेस झारखंड को हर तरह से लूट रहे हैं। यहां इतने खूबसूरत पहाड़ है, लेकिन झारखंड की चर्चा नोटों के पहाड़ के लिए हो रही है।
मोदी ने कहा …JMM और कांग्रेस वालों के यहां नोटों के पहाड़ पकड़े जा रहे हैं। आप जानते हैं, ये पैसा कहां से आ रहा है? ये पैसा आ रहा है शराब के घोटाले से, ये पैसा आ रहा है करोड़ों रुपयों के टेंडर के घोटाले से, ये पैसा आ रहा है खान-खनिज-खनन घोटाले से। इन लोगों ने जमीनें हड़पने के लिए अपने माता-पिता का नाम बदल दिया। अब गरीबों और आदिवासियों की जमीन पर कब्जा किया जा रहा है। इन लोगों ने तो सेना की जमीन को भी लूट लिया। आपको झारखंड को इन लोगों से मुक्ति दिलानी ही होगी।
नरेंद्र मोदी ने कहा 4 जून के बाद भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई और तेज होगी, ये मोदी की गारंटी है।
मोदी ने कहा INDI गठबंधन के लिए सिर्फ अपना वोटबैंक जरूरी है। उसे आदिवासी समाज के हितों से कोई लेना-देना नहीं है। जहां-जहां ये लोग सत्ता में आए, आदिवासी समाज और संस्कृति खतरे में पड़ गई। आदिवासियों के खिलाफ इनके हथियार हैं – नक्सलवाद, घुसपैठ और तुष्टीकरण।
नरेंद्र मोदी ने कहा अब झारखंड में एक बड़ा संकट घुसपैठियों का हो गया है। हमारा ये संथाल परगना तो बहुत ज्यादा घुसपैठियों की चुनौती से जूझ रहा है। जिसके परिणामस्वरूप कई इलाकों में आदिवासियों की संख्या तेजी से कम हो रही है और घुसपैठियों की संख्या बढ़ रही है। आदिवासी बेटियों की सुरक्षा और उनका जीवन खतरे में पड़ गया है।
मोदी ने कहा मुझे मेरे एक साथी बता रहे थे कि लव जिहाद शब्द पहली बार झारखंड में आया। झारखंड वालों ने ये शब्द दिया है। हमारे देश में रविवार को छुट्टी होती है। जब अंग्रेज यहां राज करते थे तो ईसाई समाज छुट्टी(रविवार को) मनाता है, ये परंपरा तब से शुरू हुई। रविवार हिंदुओं से जुड़ा नहीं है, ईसाई समाज से जुड़ा है। 200-300 साल से यह चल रहा है। अब इन्होंने एक जिले में रविवार की छुट्टी पर ताले लगवा दिए, बोले शुक्रवार की छुट्टी होगी। अब ईसाइयों से भी झगड़ा। ये क्या चल रहा है?