- ठाकुर समाज की पंचायत में भाजपा का बहिष्कार करने की कही बात,
- प्रत्याशी चयन में क्षत्रीय समाज ने लगाया उपेक्षा का आरोप
शारदा रिपोर्टर
मेरठ। लोकसभा चुनाव से पहले मेरठ में सरधना विधानसभा में विरोध शुरू हो गया। ठाकुर चौबीसी की बैठक में भाजपा का बहिष्कार करने की बात कही गई।
लोकसभा चुनाव से पहले ठाकुर चौबीसी में भाजपा का विरोध शुरू हो गया है। मेरठ में बृहस्पतिवार को सरधना के सलावा गांव में एक बैठक हुई। जिसमें भाजपा का लोकसभा में विरोध करते हुए बहिष्कार करने की बात कही गई है। हालांकि, इसको लेकर आपस में कहासुनी भी हुई लेकिन, बाद में सभी ने राजपूत समाज को संगठित करते हुए एकजुट होकर रहने का निर्णय लिया।
गांव सलावा में आयोजित बैठक में कपसाड़ प्रधान सतीश राजपूत ने कहा कि अग्निवीर योजना के तहत भारत सरकार ने नवयुवकों के साथ खिलवाड़ किया है। गन्ने का मूल्य पांच वर्षों में मात्र 20 रुपये बढ़ा है। सरकार द्वारा जातिवाद का खिलवाड़ किया जा रहा है। मोंटी सोम व हप्पू प्रधान ने कहा कि सभी भाइयों को एकजुट होकर आपसी मतभेद भुलाकर सरकार के विरोध में आवाज उठानी होगी।
ग्राम प्रधान खेड़ा कपिल सोम ने कहा गया कि इस बार लोकसभा चुनाव का बहिष्कार कर देना चाहिए, जिससे निर्वाचन आयोग तक हमारी आवाज जाएगी। राजपूत उत्थान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सोम ने कहा कि हमारे समाज का पतन हो रहा है। सरकार ने देश के 16 उद्योगपतियों का कर्जा माफ कर दिया, परंतु किसान के बारे में कभी कुछ नहीं सोचा। मुजफ्फरनगर सीट पर डेढ़ लाख क्षत्रिय, मेरठ सीट पर करीब दो लाख, गाजियाबाद तथा नोएडा जैसी सीटों पर करीब पांच लाख की आबादी क्षत्रियों की है। इसके बाद भी क्षत्रिय समाज की उपेक्षा की गई है।
पंचायत का संचालन सुनील प्रधान ने किया। इस दौरान शिवकुमार मैनेजर, बंटी प्रधान, जय कुमार पाली, जगपाल सिंह, अरविंद सिंह, सुरेश प्रधान, मुनेंद्र, लाखन सिंह, लोकेश कुशावली, सेतु प्रधान, अजय कुमार, संजय कुमार रार्धना आदि मौजूद रहे।
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