मेरठ। पांच साल के लंबे इंतजार के बाद यूपी पुलिस कांस्टेबल की भर्ती परीक्षा आयोजित हुई लेकिन अभ्यार्थियों की मांग पर इसे रद्द कर दिया गया है। वहीं आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष अंकुश चौधरी ने मांग की है कि परीक्षा रद्द होने के लिए जिम्मेदार आरोपियों के खिलाऊ सख्त कार्रवाई की जाए।
सोमवार को आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी जिला मुख्यालय पर सीएम के नाम ज्ञापन देनें पहुंचे। इस दौरान आप कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि 17-18 फरवरी को हुए भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया, जिससे कड़ी मेहनत कर परीक्षा की तैयारी करने वाले लाखों परीक्षार्थियों की मेहनत पर पानी फिर गया। इसको लेकर लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में युवाओं के जोरदार विरोध-प्रदर्शन के दबाव में सरकार ने परीक्षा रद्द की हैं। इसलिए सवाल उठना वाजिब हैं कि सरकार की लापरवाही या भ्रष्टाचार के कारण लगातार पेपर लीक हो रहें हैं। इस वजह से प्रतिभाशाली युवाओं के साथ अन्याय हो रहा हैं। इस प्रकार के आपराधिक कृत्य की जिम्मेदारी ठहराया जाना नितांत आवश्यक है। आम आदमी पार्टी मांग करती हैं कि तत्काल यू पी पुलिस भर्ती और समीक्षा अधिकारी परीक्षा पेपर लीक की हाई कोर्ट की निगरानी में जांच कराई जाए, पेपर लीक करने वाले सभी दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए, यूपी पुलिस भर्ती की परीक्षा को एक माह के भीतर कराया जाए और प्रदेश सरकार सुनिश्चित करें कि भविष्य में कोई पेपर लीक ना हो।
ज्ञापन सौंपने वाले आप के प्रतिनिधि मंडल में जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी, मीडिया प्रभारी हर्ष वशिष्ठ, उपाध्यक्ष मनोज शर्मा, उपाध्यक्ष देशवीर सिंह, सोशल मीडिया प्रभारी हेम कुमार, कोषाध्यक्ष रियाजुद्दीन, किसान प्रकोष्ठ के फुरकान त्यागी, सचिव वैभव मलिक, कार्यकारिणी सदस्य गजेंद्र, कैंट अध्यक्ष भरत लाल यादव, महानगर उपाध्यक्ष बंटी जाटव, महानगर उपाध्यक्ष अशफाक, महानगर सचिव युनूस, कैंट विधानसभा महासचिव विनय, जसबीर सिंह, अलाउद्दीन, नदीम, माइनारिटी विंग प्रदेश उपाध्यक्ष गुरमिंदर सिंह आदि मौजूद रहे।