– जिन पर केस उन्होंने बुलाई थी पुलिस, ललित कला अकादमी के सदस्य पर भी एफआईआर।
बुलंदशहर। थाना अगौता पुलिस का नया कारनामा सामने आया है। अगौता पुलिस ने एक सफाईकर्मी की तहरीर पर एससी प्रिंसिपल और उत्तर प्रदेश ललित कला अकादमी के सदस्य समेत तीन के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। अगौता थाना के जोलीगढ़ स्थित पब्लिक इंटर कॉलेज के अध्यापक और उत्तर प्रदेश ललित कला अकादमी के सदस्य दुर्जन सिंह राणा ने बताया कि 29 जुलाई को करीब 9:15 मिनट पर सफाईकर्मी संजय कुमार द्वारा नशे की हालत में प्रिंसिपल रोशन लाल कन्नौजिया और अन्य टीचरों से अभद्रता की गई। इसकी शिकायत अगौता थाना प्रभारी से फोन पर की गई तो उन्होंने डायल 112 पर कॉल करने को कहा।
इसके बाद डायल 112 पर कॉल करने के बाद पुलिस कर्मी स्कूल में आए और सफाईकर्मी की गाड़ी को बाहर निकाल दिया। इसके बाद सफाईकर्मी की तहरीर पर प्रिंसिपल, उत्तर प्रदेश ललित कला अकादमी समेत तीन के खिलाफ 14 अगस्त को एससी एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया गया, जबकि प्रिंसिपल खुद अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखते हैं।
उत्तर प्रदेश ललित कला अकादमी के सदस्य दुर्जन सिंह राणा देश के प्रसिद्ध चित्रकारों में से एक हैं। उनकी विशेष चित्रकला के चलते ही उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्हें ललित कला अकादमी के सदस्य के रूप में नामित किया। अभी हाल में उनकी पेंटिंग को राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में चिह्नित किया गया है।
ये लिखाया गया है एफआईआर में
मैं संजय कुमार पब्लिक इंटर कॉलेज, जौलीगढ़, थाना-अगौता में चतुर्थ श्रेणी में सफाई कर्मचारी हूँ। मैं कभी-कभी अपनी गाड़ी से आकर गाड़ी को विद्यालय प्रांगण में खड़ी कर देता हूं। जिस पर मेरे विद्यालय के अध्यापकगण दुर्जन राणा, हृदयलाल पटेल, कार्यवाहक प्रधानाचार्य रोशन लाल कन्नोजिया मेरे द्वारा विद्यालय प्रांगण में गाड़ी खड़ी करने पर आपत्ति करतें हैं और कई बार सुबह प्रार्थना के समय मुझे गाड़ी खड़ी करने के कारण अपमानित कर चुके हैं।
29.07.2025 को सुबह करीब 09:30 बजे जब मैं हेड क्लर्क के आॅफिस के सामने बरामदे में था, तभी उक्त दो अध्यापकगण मेरे पास आए और मुझे गालियां देने लगे। मैंने जब उनसे गालियां देने को मना किया और कहा कि आपकी भी तो गाड़ियां खड़ी हैं तो मेरी गाड़ी खड़ी होने पर आप लोगों को आपत्ति क्यों है। ये लोग गुस्से में मारपीट पर उतारू हो गए और मुझे सभी ने जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया।
मैं उक्त लोगों के आतंक से भयभीत हूं। ये लोग मेरे साथ कोई भी संगीन वारदात कर सकते हैं। मैंने उक्त घटना की बावत गांव के पूर्व प्रधान कंछिद शर्मा, हामिद अली एंव मौजूद अली को भी बताया तो उन्होंने बातचीत कर मामला शांत करने का आश्वासन दिया। मुझे पता चला है कि पूर्व प्रधानों ने उक्त लोगों से कोई बातचीत नहीं की। अगौता थानाध्यक्ष यनगबहादुर सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है। हमें जानकारी नही थी कि प्रिंसिपल अनुसूचित जाति से हैं।