भूटान के चौथे राजा के 70वें जन्मदिन समारोह के साक्षी बन रहे।
एजेंसी, थिम्पू। प्रधानमंत्री मोदी ने थिम्फू में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि आज का दिन भूटान के लिए, भूटान के राज परिवार के लिए और विश्व शांति में विश्वास रखने वाले सभी लोगों के लिए बहुत अहम है। सदियों से भारत और भूटान का संबंध बहुत ही गहन, आत्मीय और सांस्कृतिक रहा है। इसलिए, इस महत्वपूर्ण अवसर में शामिल होने का, भारत का और मेरा वादा था।
पीएम मोदी ने कहा कि आज यहां एक तरफ वैश्विक शांति प्रार्थना उत्सव का आयोजन हो रहा है और दूसरी ओर भगवान बुद्ध के पिपरहवा अवशेषों के दर्शन हो रहे हैं। इन सबके साथ हम सब भूटान के चौथे राजा के 70वें जन्मदिन समारोह के साक्षी बन रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि मेरा जन्म वडनगर में हुआ और यह बौद्ध परंपरा से जुड़ा है। मेरी कर्मभूमि वाराणसी है और वह भी बौद्ध परंपरा से जुड़ी है। यही वजह है कि इस उत्सव में शामिल होना मेरे लिए खास है।
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मुझे अपनी पहली विदेश यात्रा में भूटान आने का अवसर मिला था। मैं आज भी उस यात्रा को याद करता हूं, तो मन भावनाओं से भर जाता है। भारत और भूटान के संबंध इतने मजबूत और समृद्ध हैं कि हम मुश्किलों में भी साथ थे, हमने चुनौतियों का सामना भी मिलकर किया।
पीएम मोदी ने कहा कि भूटान के पूर्व और मौजूदा राजाओं ने सतत विकास और पर्यावरण पहले का विजन आगे बढ़ाया है। इसी विजन की नींव पर आज भूटान विश्व का पहला कार्बन निगेटिव देश बना है। ये एक असाधारण उपलब्धि है।
आज जब हम दोनों देश तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, तो इस विकास को हमारी ऊर्जा साझेदारी और गति दे रही है। भारत-भूटान हाइड्रो पावर साझेदारी की नींव भी भूटान के राजा जिग्मे सिंग्ये वांगचुकके नेतृत्व में रखी गई थी। आज जब हम विकास और समृद्धि की तरफ चल पड़े हैं, तब भी हमारा साथ और मजबूत हो रहा है।
इससे पहले भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने थिम्फू के पारो एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। तोबगे ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि मैं अपने बड़े भाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भूटान में स्वागत करने में पूरे देश के साथ शामिल हूं।
दौरे पर निकलने से पहले एक बयान में प्रधानमंत्री ने कहा, मुझे विश्वास है कि मेरा यह दौरा हमारी दोस्ती के बंधन को और गहरा करेगा और साझा प्रगति और समृद्धि की दिशा में हमारे प्रयासों को मजबूत करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा, हमारी साझेदारी हमारी ‘नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी’ (पड़ोसी पहले नीति) का एक मुख्य स्तंभ है और पड़ोसी देशों के बीच बेहतरीन दोस्ताना संबंधों का एक मॉडल है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दौरा हमारे द्विपक्षीय संबंधों में नई जान डालेगा।