नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि आज जब देश वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनने के लक्ष्य पर काम कर रहा है तो युवा मतदाताओं का वोट तय करेगा कि भारत की दिशा क्या होगी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की युवा इकाई भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) की ओर से आयोजित ‘नमो नवमतदाता सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि जिस तरह 1947 से 25 साल पहले भारत के नौजवानों पर देश को स्वतंत्र कराने का दारोमदार था, उसी तरह 2047 तक यानी आने वाले करीब 25 सालों में युवाओं पर विकसित भारत के निर्माण की जिम्मेदारी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नमो नवमतदाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “मैं देख पा रहा हूं कि बड़ी संख्या में बेटियां आज इस कार्यक्रम से जुड़ी हुई हैं। आज राष्ट्रीय मतदाता दिवस है। इस महत्वपूर्ण दिन देश के सबसे युवा मतदाताओं के बीच आना अपने आप में ऊर्जा से भर देने वाला है। मैं आप सभी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस की बहुत-बहुत बधाई देता हूं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “18 से 25 वर्ष की आयु ऐसी होती है जब किसी का भी जीवन बहुत से बदलावों का साक्षी बनता है। इन्हीं बदलावों के बीच आप सभी को एक और जिम्मेदारी साथ-साथ निभानी है। ये जिम्मेदारी दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में भागीदारी की है। मैं जानता हूं कि आपकी उम्र में किसी भी नई शुरुआत के लिए सबसे ज्यादा उत्साह होता है लेकिन ये शुरुआत बहुत ही ज्यादा अलग होता है। देश की मतदाता सूची में नाम पंजीकृत होते ही आप देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था का सबसे मत्वपूर्ण हिस्सा बन गए हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज जब देश 2047 तक विकसित भारत बनने के लक्ष्य पर काम कर रहा है तो आपका मतदान ये तय करेगा कि भारत की दिशा क्या होगी। जिस तरह 1947 से 25 साल पहले भारत के नौजवानों पर देश को स्वतंत्र कराने का दारोमदार था उसी तरह 2047 से पहले के इन 25 सालों में आप पर विकसित भारत के निर्माण की जिम्मेदारी है। हमारे बीच जब भी स्वतंत्रता सेनानियों का नाम आता है तो उनमें से अनेकों लोग ऐसे होते हैं जिनकी उम्र 18 से 25 साल के बीच ही थी। उनका नाम आज भी इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में लिखे जाते हैं।”