उत्तर प्रदेश: प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के संभल में श्री कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास किया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और श्री कल्कि धाम निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम भी मौजूद हैं।
#WATCH उत्तर प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संभल में कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह के दौरान पूजा की।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और श्री कल्कि धाम निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम भी मौजूद हैं। pic.twitter.com/ARN0qgIpy6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 19, 2024
प्रधानमंत्री ने संभल में कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह में सभा को संबोधित किया।
'विकास भी और विरासत भी' के मंत्र से आज का भारत विकास पथ पर तेज गति से अग्रसर है। उत्तर प्रदेश के संभल में श्री कल्कि धाम मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम का हिस्सा बनना सौभाग्य की बात है। https://t.co/dWki2lhhRX
— Narendra Modi (@narendramodi) February 19, 2024
संभल में कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज उत्तर प्रदेश की धरती से भक्ति और अध्यात्म की एक और धारा प्रवाहित होने को लालायित है। आज एक और पवित्र धाम की नींव रखी जा रही है। मुझे भव्य कल्कि धाम के शिलान्यास को सौभाग्य मिला है। मुझे विश्वास है कि कल्कि धाम भारतीय आस्था के एक और विराट केंद्र के रूप में उभरकर सामने आएगा।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज एक ओर हमारे तीर्थों का विकास हो रहा है तो दूसरी ओर शहरों में हाई टेक इंफ्रास्ट्रक्चर भी तैयार हो रहा है। आज अगर मंदिर बन रहे हैं तो देश भर में नए मेडिकल कॉलेज भी बन रहे हैं… यह परिवर्तन इस बात का प्रमाण है कि समय का चक्र घूम चुका है, एक नया दौर आज हमारे दरवाजे पर दस्तक दे रहा है… इसलिए मैंने लाल किले से कहा था ‘यही समय है, सही समय है।'”
प्रधानमंत्री ने कहा, “…मैं प्रमोद कृष्णम को एक राजनैतिक व्यक्ति के रूप में दूर से जानता था लेकिन जब कुछ दिन पहले उनसे मुलाकात हुई तो पता चला कि वे ऐसे धार्मिक-अध्यात्मिक कार्यों में कितनी मेहनत से लगे रहते हैं। कल्कि मंदिर के लिए इन्हें पहले की सरकारों के समय लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी, कोर्ट के चक्कर भी लगाने पड़े। आज हमारी सरकार में वे निश्चिंत होकर इस काम को शुरु कर पाए हैं…”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज पहली बार भारत उस मकाम पर है जहां हम अनुसरण नहीं कर रहे, उदाहरण पेश कर रहे हैं। आज पहली बार भारत को टेक्नोलॉजी और डिजिटल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में संभावनाओं के केंद्र के रूप में देखा जा रहा है…”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “उन्होंने (आचार्य प्रमोद कृष्णम) कहा कि हर किसी के पास देने के लिए कुछ न कुछ होता है लेकिन मेरे पास कुछ नहीं है, मैं सिर्फ अपनी भावना व्यक्त कर सकता हूं। अच्छा हुआ कुछ दिया नहीं, ज़माना ऐसा बदल चुका है कि आज के युग में अगर सुदामा श्री कृष्ण को एक पोटली चावल देते और वीडियो सामने आता तो सुप्रीम कोर्ट में PIL दाखिल हो जाती और फैसला आता कि भगवान कृष्ण को भ्रष्टाचार में कुछ दिया गया था और भगवान कृष्ण भ्रष्टाचार कर रहे थे…”