मेरठ। मेडिकल में अब पीजीआई जैसी इलाज की सुविधा मिलेगी। वहीं कॉलेज में भर्ती गंभीर मरीजों को इलाज के लिए दिल्ली-मुंबई नहीं जाना होगा। शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज में वेंटिलेटर वाले 10 बेड का टेली आईसीयू बनाकर तैयार हो गया है। सोमवार को लखनऊ से टीम इसका आॅनलाइन निरीक्षण करेगी जिसके बाद इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
शुक्रवार को आरंभ हुई टेली मेडिसिन आईसीयू को पीजीआई लखनऊ से जोड़ दिया गया। अब इसमें भर्ती गंभीर मरीजों पर मेडिकल कॉलेज और पीजीआई के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम 24 घंटे नजर रखेगी। मेरठ मेडिकल कॉलेज में मेडिसिन विभाग के प्रो. डॉक्टर अरविंद कुमार को नोडल आॅफिसर बनाया है। उनके साथ एनस्थीसिया के डॉ. विपिन धामा भी रहेंगे। जूनियर डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ और टेक्नीशियन की पूरी टीम रहेगी। ये टीम आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में 24 घंटे काम करेगी। टेली आईसीयू में डायबिटीज, दिल, गुर्दा, कैंसर, सांस की तकलीफ और पेट समेत दुर्लभ बीमारियों के मरीजों का इलाज किया जाएगा। टेली आईसीयू में उच्च क्वालिटी के दो बड़े कैमरे लगाए हैं। इन कैमरों से यहां भर्ती मरीज को पीजीआई के डॉक्टर देखेंगे। हर मरीज की प्रतिदिन की रिपोर्ट पीजीआई भेजी जाएगी। भर्ती मरीज को जांच के लिए शिफ्ट नहीं करना होगा।