शारदा रिपोर्टर मेरठ। आज मैनेजिंग डायरेक्टर अभिनेत्री गरिमा अग्रवाल और चेयरमैन अमरीश अग्रवाल ने इंटरनेशनल एकेडमी की सभी ब्रांचों की शिक्षिकाओं के लिए एक विशेष वर्कशॉप आयोजित की। इस वर्कशॉप का मुख्य विषय था बच्चों को कैसे संवेदनशील, संस्कारी और प्रेमपूर्ण वातावरण में विकसित किया जाए।

उन्होंने बताया कि छोटे बच्चों को डांट या दवाब की नहीं, प्यार और समझ की जरूरत होती है। क्योंकि शिक्षा का वास्तविक अर्थ केवल साक्षरता नहीं, बल्कि अच्छाइयों, मूल्यों और जिम्मेदारी की भावना का विकास करना है। जो बच्चे केवल साक्षर बनते हैं, वे सीमित ज्ञान तक ही रुक जाते हैं। लेकिन जो बच्चे शिक्षित बनते हैं, उनके भीतर अपने देश, संस्कृति और समाज के प्रति प्रेम और जिम्मेदारी स्वत: जागृत हो जाती है। इंटरनेशनल अकैडमी का उद्देश्य है कि हर बच्चा न सिर्फ पढ़े-लिखे, बल्कि चरित्रवान, जागरूक और जिम्मेदार नागरिक बनकर उभरे।




