न्यूज डेस्क– आज (16 अक्टूबर) उमर अबदुल्लाह ने जम्मू-कश्मीर मुख्यमंत्री के पद की शपथ ले ली है। उनके साथ-साथ सुरेंद्र चौधरी ने डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ ली है। इसके अलावा मंत्रिमंडल में शामिल जावेद डार, सकीना इट्टू, जावेद राणा और सतीश शर्मा ने भी मंत्री पद की शपथ ली। इसी के साथ धारा 370 हटने के बाद नेश्नल कांफ्रेस के उपाध्यक्ष उमर अबदुल्लाह जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बन गये हैं। जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल की अध्यक्षता में सभी को शपथ दिलायी गयी।
बता दें कि शपथ ग्रहण समारोह में इंडिया गठबंधन के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी व अखिलेश यादव सहित कई बड़े दिग्गत शामिल हुए और उमर अबदुल्लाह को बधाई दी। इस दौरान विरोधी पार्टी की नेता महबूबा मुफ्ती ने भी उमर अबदुल्लाह को बधाई दी।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने भी उनके मुख्यमंत्री कार्यकाल की शुरूआत को लेकर उमर अबदुल्लाह को बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में जो शांति और अमन कायम किया है उम्मीद करता हूं उमर अबदुल्ला अपने पद पर रहते हुए उसको कायम रखेंगे।
बता दें कि कांग्रेस मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हुई। कांग्रेस 2 मंत्रीपद चाहती थी। जिसको लेकर नेकां की सहमति नहीं बनी। कांग्रेस ने सिर्फ 6 सीटों पर ही जीत दर्ज कीथी। जबकि नेकां की 42 सीटें आयी थी। दोनों की मिलाकर 48 सीटें बैठी थी। हालाकि कांग्रेस के समर्थन से ही नेकां बहुमत का आंकड़ा छू पायी।
हाल ही में जम्मू-कश्मीर प्रदेश अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने भी इस पर बयान देते हुए कहा “कांग्रेस ने केंद्र से जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने की पुरजोर मांग की है। प्रधानमंत्री ने भी सार्वजनिक बैठकों में बार-बार यही वादा किया, लेकिन जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल नहीं किया गया है। हम नाखुश हैं इसलिए हम फिलहाल मंत्रालय में शामिल नहीं हो रहे हैं। जेकेपीसीसी प्रमुख ने कहा कि कांग्रेस पार्टी राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए लड़ाई जारी रखेगी।”