मेरठ। नौचंदी थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर में एक युवक को कुछ लोग उसके घर से जबरन उठाकर ले गए। ये लोग पुलिस यूनिफॉर्म और सादे कपड़ों में 9 जनवरी की शाम 7:20 बजे युवक के घर पहुंचे। उससे कहा कि पुलिस टीम से हैं। परिजनों ने साथ जाने का कारण पूछा तो बिना कुछ बताए जबरन युवक को उठाकर ले गए।
घर की महिलाएं परेशान होती रहीं। बार-बार पूछा कि कौन हैं? कहां ले जा रहे हैं तो कोई जवाब नहीं दिया। वहीं, घर से युवक को ले जाने का उउळश् भी सामने आया है। महिलाएं परेशान होकर नौचंदी थाने पहुंची तो पता चला कि वहां से कोई पुलिस उनके घर नहीं गई। शास्त्रीनगर निवासी शोएब हैदर को 9 जनवरी को कुछ लोग उसके घर से उठाकर ले गए। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। सीसीटीवी में 3 लोग युवक को ले जाते दिख रहे हैं। परिजनों को पता चला कि शोएब को नोएडा सेक्टर 39 की पुलिस लेकर गई है। इसके बाद परिजन नोएडा थाने पर पहुंचे। जहां पता चला कि जमीन के किसी मुकदमे में पुलिस युवक को लेकर आई है। वहीं स्थानीय नौचंदी थाना पुलिस भी परिजनों को पूरी जानकारी नहीं दे पाई।
रात 9.30 बजे जब परिजन नोएडा थाने पहुंचे तो बताया गया कि नोएडा सेक्टर-39 के थाने में एक एफआईआर जमीन के गलत खरीद-फरोख्त की दर्ज है। जमीन के फ्रॉड के मुकदमे में एमिनेंस पावर प्राइवेट लिमिटेड निदेशक, साकेत चड्डा, बेस्ट जानकी रैम्यया, विजय कुमार गौतम, हरीश गोयल, सब रजिस्ट्रार सहित कई पर मुकदमा है। इस फ्रॉड में युवक शोएब का पिता रसूल हसन भी शामिल है। इसी ने यह डील कराई है। पुलिस को पिता रसूल की तलाश है, पिता नहीं मिल रहा इसलिए पुलिस ने बेटे को उठाया है। परिजनों का कहना है कि मुकदमे में कहीं भी रसूल और शोएब का कहीं नाम नहीं है। लेकिन पुलिस कहती है कि पिता ने ही यह प्लाट बिकवाया है। परिजनों ने कहा कि जब हमारे लोगों पर मुकदमा ही दर्ज नहीं है तो लड़के को ही ले जाने का क्या मतलब है।


