– सहारनपुर के एसपीओ कार्यालय में थी तैनाती, लावड़ बैंक से लौट रहा था अपने गांव महल।
संवाद न्यूज एजेंसी
लावड़। लावड़-मसूरी मार्ग पर एक रेस्टोरेंट से कुछ आगे शनिवार को मसूरी की ओर से आ रहे एक ट्रक का पहिया अचानक निकल गया, जो सामने से आ रहे बाइक सवार से टकरा गया। हादसे में बाइक सवार यूपी पुलिस के सिपाही से टकरा गया, जिस कारण सिपाही गंभीर रूप से घायल हो गया। गंभीर हालत में सिपाही को मोदीपुरम स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान सिपाही ने दम तोड़ दिया।
महल गांव निवासी ब्रहमसिंह जाटव के तीन बेटे देवेंद्र 36 वर्ष, शिवकुमार व सोनी है, जबकि चार बेटियों की शादी हो चुकी है। देवेंद्र यूपी पुलिस में सिपाही था और उसकी तैनाती सहारनपुर के एसपीओ कार्यालय में थी। शनिवार को देवेंद्र अपनी बाइक से लावड़ पहुंचा और बैंक से स्टेटमेंट निकलवाकर अपने घर लौट रहा था। जैसे ही देवेंद्र की बाइक लावड़-मसूरी मार्ग स्थित एक रेस्टोरेंट से आगे पहुंची तभी सामने से आ रहे एक ट्रक का पहिया निकल गया। पहिया तेजी से आकर देवेंद्र के हेलमेट से टकराया, जिस कारण बाइक दूसरी ओर जाकर गिरी। हादसे में देवेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गया। मौके पर एकत्रित हुए राहगीरों ने देवेंद्र के परिजनों को सृूचना दी। मौके पर पहुंचे परिजन गंभीर हालत में देवेंद्र को लेकर मोदीपुरम स्थित अस्पताल में पहुंचे, जहां उपचार के दौरान देवेंद्र ने दम तोड़ दिया। हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस ने चौराहे से ट्रक व चालक को पकड़ लिया। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
हेलमेट भी नहीं बचा सका देवेंद्र की जान
लावड़ से अपने गांव महल जाते समय देवेंद्र हेलमेट लगाकर जा रहे थे। ट्रक से पहिया निकलने के बाद तेजी से आकर उनके मुंह पर हेलमेट से टकराया, जिस कारण हेलमेट भी टूट गया और बाइक आगे की तरफ से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। बाइक के साथ देवेंद्र दूर जाकर गिरे और घायल हो गए। हेलमेट भी देवेंद्र की जान नहीं बचा सका।
12 साल पहले हुई थी शादी, देवेंद्र पर थी परिवार की जिम्मेदारी
देवेंद्र की 12 साल पहले एटा निवासी सरिता से शादी हुई थी। देवेंद्र के सात वर्षीय बेटी कंचन है। परिजनों के मुताबिक देवेंद्र के पिता ब्रहमसिंह मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण करते है। देवेंद्र की यूपी पुलिस में सिपाही की नौकरी लगने के बाद देवेंद्र पर ही परिवार की जिम्मेदारी थी। भाई शिवकुमार व सोनी भी मजदूरी करते थे। देवेंद्र की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। देवेंद्र की मौत की जैसी ही पत्नी सरिता को जानकारी हुई तो उसका बुरा हाल हो गया, सरिता बार बार पति को याद कर बेहोश हो रही थी। परिजन व आस पड़ोसी उसे सांत्वना दे रहे थे।