शारदा न्यूज रिपोर्टर |
मेरठ। मंगलवार को देवनागरी इण्टर कालिज में उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद् का 44वां दो दिवसीय प्रदेशीय सम्मेलन की शुरूआत हुई। सम्मेलन के मुख्य अतिथि ऊर्जा राज्य मंत्री यूपी सरकार डा. सोमेन्द्र तोमर रहे। इस दौरान दिगंबर जैन कन्या इंटर कॉलेज की छात्राओं ने रंगारंग प्रस्तुति देकर सभी का मन मोह लिया।
कार्यक्रम की शुरूआत माँ सरस्वती की प्रतिमा पर मार्ल्यापण एवं दीप प्रज्वलन से हुई। इसके बाद बालिकाओं ने सरस्वती वन्दना व स्वागत गीत प्रस्तुत किये। कार्यक्रम के दौरान ऊर्जा राज्य मंत्री सोमेन्द्र तोमर का अध्यक्ष सुशील सिंह, संरक्षक श्रीनिवास शुक्ल, डा. महेन्द्र सिंह त्यागी, डा. तेजप्रताप सिंह व डा. वीरेन्द्र कुमार त्रिपाठी के प्रतीक चिन्ह देकर व माला पहनाकर एवं शाल उढ़ाकर स्वागत किया। वहीं राजकीय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार भड़ाना, मंडलीय अध्यक्ष डा. नारायण शरण, उप्रमाशि के मंडलीय अध्यक्ष रमेश चन्द शर्मा, मंडलीय मंत्री डा. सत्य प्रकाश शर्मा एवं वित्तविहीन शिक्षक संघ के अध्यक्ष मनोज शर्मा का भी स्वागत किया गया। प्रदेश अध्यक्ष सुशील सिंह एवं संरक्षक श्रीनिवास शुक्ल ने मुख्य अतिथि के समक्ष माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों की अनेकों समस्यायें जैसे प्रधानाचार्थी के खाली पड़े पदों को भरने, विद्यालयों में विद्युत कनेक्शनों को व्यवसायिक से घरेलू करने तथा कक्षा 6 से 8 तक के विद्याधियों के शुल्क की प्रतिपूर्ति सरकार द्वारा करने का अनुरोध किया। इसके साथ ही वर्ष 2005 के बाद नियुक्त प्रधानाचार्यों एवं शिक्षकों को पुरानी पेंशन दिये जाने सहित प्रधानाचार्यों की विभिन्न समस्पायों का मांग पत्र भी राज्य मंत्री को सौंपा गया।
कार्यक्रम में शैक्षिक गुणवत्ता को बढ़ावा देने, छात्रों के चहुंमुखी विकास को लेकर नई शिक्षा नीति के अर्न्तगत विद्यालयों में कौशल विकास को बढ़ावा देने पर चर्चा की गई। कार्यक्रम का संचालन प्रदेशीय महामंत्री डा. रवीन्द्र त्रिपाठी एवं जिला मंत्री मेरठ डा. गौरव पाठक ने किया।
कार्यक्रम में जिला मंत्री मेरठ संजय शर्मा, डा. नीलम सिंह, डा. दीप्ति राघव, अरुण कुमार, डा. प्रवीण शर्मा, डा. विवेक शुक्ला व डा. सन्त कुमार का सक्रिय सहयोग रहा। कार्यक्रम में सरला चौधरी, डा. सुशील शर्मा, डा. एमपी शर्मा, डा. राजेश त्यागी, डा. सुखनंदन त्यागी, डा. इन्द्रेश अघाना, मेजर एलके रूहेला, पूर्व प्रधानाचार्य पदम सिंह मित्तल व देवेन्द्र सिंह समेत अनेको प्रधानाचार्यों ने हिस्सा लिया। मुख्य वक्ताओं में श्रीनिवास शुक्ल, डा. सुभी, डा. महेन्द्र सिंह त्यागी, तेज प्रताप सिंह, वीरेन्द्र कुमार त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।
[…] […]