- भविष्य में आने वाली भीड़ को देखते हुए बनी योजना, नया यातायात प्लान होगा लागू
अयोध्या। रामनगरी में पिछले एक पखवाड़े से निरंतर आस्था की धारा प्रवाहित हो रही है। अब तक एक करोड़ से अधिक श्रद्धालु अयोध्या पहुंच चुके हैं। भीड़ नियंत्रण व रामलला के सुगम दर्शन के लिए प्रशासन जल्द ही नया यातायात प्लान लागू करने की तैयारी में है। रामजन्मभूमि पथ की तर्ज पर ही 75़ 67 करोड़ की लागत से 2़ 5 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर बनाया जाएगा। इस कॉरिडोर का प्रयोग राममंदिर के दर्शनार्थियों के लिए किया जाएगा।
प्रयागराज महाकुंभ के श्रद्धालुओं के पलट प्रवाह से रामनगरी में लगातार भीड़ पहुंच रही है। इस समय रोजाना करीब पांच लाख श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। रामलला के दरबार में रोजाना दो से ढ़ाई व हनुमानगढ़ी में भी लगभग इतने ही श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं। मौनी अमावस्या के आस-पास भीड़ का दवाब इस कदर बढ़ गया कि अधिकारियों को मोर्चा संभालना पड़ा। एक-एक दिन में 15 से 20 लाख श्रद्धालु पहुंच रहे थे। आनन-फानन में भीड़ नियंत्रण के लिए रामपथ पर बैरीकेडिंग कर दी गई।
श्रद्धालुओं को टेढ़ीबाजार से रामजन्मभूमि के पीछे जाने वाले रास्ते की ओर भेजा गया। इसी रास्ते से श्रद्धालु राममंदिर तक पहुंच रहे हैं। साथ ही सरयू घाट व अन्य मंदिरों में भी इसी रास्ते से होकर श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। अब नये यातायात प्लान के तहत इस रास्ते को कॉरीडोर में बदलने की कवायद शुरू की जा रही है। इस योजना का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है, स्वीकृति मिलते ही मार्च माह से काम शुरू करने की योजना है।
बैगेज स्कैनर के पास तोड़े जा रहे चबूतरे: राममंदिर में भी भीड़ नियंत्रण के लिए नया प्लान बनाया जा रहा है। बैगेज स्कैनर के पास बने चबूतरों को तोड़ा जा रहा है। बगैज स्कैनर से सामान जमा करने के बाद अचानक भीड़ निकल रही थी इससे दवाब बढ़ रहा था। काफी श्रद्धालु चबूतरे का इस्तेमाल बैठने व आराम करने के लिए भी करते थे, इससे भीड़ का दवाब बढ़ रहा था। 20 से 25 चूबतरे यहां बने हैं। इसे तोड़ने का काम शुरू कर दिया गया है। इसके तोड़ने से यहां काफी जगह मिल जाएगी और श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित किया जा सकेगा।
भीड़ नियंत्रण का है ये प्लान
- टेढ़ीबाजार से कटरा, अशर्फी भवन होते हुए डाकखाना तिराहे तक कॉरीडोर का निर्माण किया जाएगा।
- इसकी लंबाई 2़ 5 किमी होगी, कॉरीडोर की चौड़ाई सात मीटर होगी, डक्ट व ड्रेनेज का भी निर्माण किया जाएगा।
- हनुमानगढ़ी के पीछे की सड़क और कनक भवन तक जाने वाले सड़क को भी आने-जाने के लिए व्यवस्थित किया जाएगा।
- पुराने सरयू पुल के कॉरीडोर का प्रयोग भी भीड़ के समय करने की योजना बन रही है।