आयुक्त की अध्यक्षता में हुई मंडलीय कृषि निर्यात निगरानी समिति की समीक्षा बैठक
शारदा रिपोर्टर
मेरठ। मेरठ मंडल में कृषि निर्यात की अपार संभावनाएं है, चूंकि यहां कृषि योग्य उपजाऊ भूमि होने के साथ साथ यहां पर शिक्षा का स्तर भी काफी अच्छा है। इसलिए नीति के अंतर्गत मंडल से निर्यात को बढ़ावा दिए जाने हेतु समिति से संबंधित विभागों को क्लस्टर निर्माण कर निर्यात को बढ़ावा दिया जाए। यह बात मंडलायुक्त सेल्वा कुमार जे ने मंडलीय कृषि निर्यात निगरानी समिति की समीक्षा बैठक में कही।
मंडलायुक्त ने समीक्षा बैठक में कहा कि मेरठ का नीर आदर्श आॅर्गेनिक एफपीओ प्रदेश का पहला नियार्तोन्मुख क्लस्टर बना है। इसलिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक कर क्लस्टर निर्माण, एफपीओ प्रशिक्षण एवं निर्यात प्रसार संबंधी कार्य किए जाएं। बैठक में उत्तर प्रदेश कृषि निर्यात नीति के विषय यथा क्लस्टर गठन निर्यात प्रोत्साहन एवं जीआई टैगिंग आदि के संबंध में राहुल यादव, सहायक कृषि विपणन अधिकारी/सदस्य सचिव, मंडलीय कृषि निर्यात निगरानी समिति, मेरठ मंडल द्वारा बैठक में उपस्थित सदस्यों को विस्तृत जानकारी प्रदान दी गई ।
राहुल यादव द्वारा अवगत कराया गया कि कृषकों की आय को दोगुना करने के उद्देश्य से वर्ष 2019 में उत्तर प्रदेश कृषि निर्यात नीति का गठन हुआ है। इस नीति के अंतर्गत नीर आदर्श आॅर्गेनिक एफपीओ द्वारा क्लस्टर का निर्माण कर बासमती धान का निर्यात करने पर प्रदेश में प्रथम बार प्रोत्साहन प्राप्त करने का गौरव प्राप्त हुआ है।
बैठक में एफपीओ द्वारा किए गए उत्कृष्ठ कार्यों एवं इसमें सहयोग देने वाले मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीणा, मुख्य विकास अधिकारी नूपुर गोयल, तत्कालीन सीडीओ शशांक चौधरी, सहायक कृषि विपणन अधिकारी राहुल यादव, एसएएमआई बीपी सिंह, संयुक्त कृषि निदेशक अमरनाथ मिश्रा, तत्कालीन उप कृषि निदेशक बृजेश चंद्र, प्रधान वैज्ञानिक बासमती निर्यात विकास प्रतिष्ठान डॉक्टर रितेश शर्मा द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्य हेतु बैठक में मंडलायुक्त ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।