- लिसाड़ी गेट इलाके में दो मासूम सगे भाईयों को कुत्तों ने बनाया निशाना।
- एक दूसरे को बचाने के लिए आपस में लिपट गए दोनों मासूम।
- जिला अस्पताल में रोजाना डॉग बाइट के शिकार ढाई से तीन सौ लोग पहुंच रहे।
शारदा न्यूज़, मेरठ। जिले में आवारा कुत्तों का आंतक लगातार बढ़ता जा रहा है। रोजाना बड़ी संख्या में कुत्तों के काटने के शिकार लोग जिला अस्पताल में एंटी-रेबीज वैक्सीन लेने पहुंच रहे है। जबकि रिहायशी इलाकों में रहने वाली जनता आवारा कुत्तों की बढ़ती आबादी के लिए नगर निगम को जिम्मेदार बता रही है।
– दो मासूम भाइयों को बनाया निशाना, एक गंभीर
लिसाड़ी गेट के लक्खीपुरा इलाके में रहने वाले साबिर के दो मासूम बेटों जाबिर 5 व सहुैल 3 वर्ष दोपहर के समय अपने घर के बाहर खेल रहे थे। इसी दौरान आवार कुत्तों का झुंड बच्चों के पास पहुंचा और दोनों भाइयों पर हमला बोल दिया। बताया जा रहा है कुत्तों का झुंड पहले काफी देर तक आपस में लड़ता रहा लेकिन अचानक उसने बच्चों पर हमाल कर दिया।
– कुत्तों से बचने के लिए आपस में लिपट गए दोनों भाई
जैसे ही आवारा कुत्तों ने मासूमों पर हमला किया तो उनकी चीख निकल गई। बच्चें कुत्तों के हमले से बचने के लिए एकदूसरे से लिपट गए लेकिन कुत्तों ने दोनों भाइयों को नोंच डाला। बच्चों ने एक दूसरे को बचाने की भी कोशिश की लेकिन कुत्तों के झुंड की ताकत के सामने नन्ही जानें क्या कर सकती थी।
– नगर निगम पर लापरवाही का आरोप
कुत्तों के हमले में घायल दोनों बच्चों को परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया है जहां 3 वर्षीय सुहैल की हालत नाजुक बनी हुई है। स्थानीय लोगो ने इस घटना के लिए नगर निगम को जिम्मेदार बताया है। लोगों का कहना है इलाके में आवारा कुत्तों की आबादी लगातार बढ़ती जा रही है। लेकिन नगर निगम की टीम न तो आवारा कुत्तों को पकड़ती है न ही उनकी नसबंदी कर रही है। इस वजह से आवारा कुत्तों का आतंक भी लगातार बढ़ रहा है।
नगर निगम ने आवारा कुत्तों की आबादी कंट्रोल करने के लिए अभियान चलाया है। निगम की टीम मौके पर पहुंचकर आवारा कुत्तों को पकड़कर उनकी नसबंदी कर रही है। जल्द ही इसपर अंकुश लगने की उम्मीद है। – डा. हरपाल सैनी, पशु कल्याण अधिकारी, नगर निगम मेरठ।