- शताब्दीनगर में कथा वाचक प्रदीप मिश्रा को सुनने श्रद्धालु उमड़े।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। शिव महापुराण कथा संपूर्ण विश्व का कल्याण करने वाली है। इस कथा के श्रवण मात्र से मनुष्य का उद्धार हो जाता है। शिव सांसारिक दिखावे से परे हैं। शिव की भक्ति में खुद को लीन कर लेना, अपनी सांसों को शिव से जोड़ लेना ही शिवपुराण की कथा का असली प्रसाद है। जिसने इस प्रसाद को प्राप्त कर लिया उसे जीवन में कोई कष्ट नहीं हो सकता। सुप्रसिद्ध कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने रविवार को शताब्दीनगर में शिव महापुराण कथा के पहले दिन कथा करते हुए ये बातें कहीं।
कथा वाचक प्रदीप मिश्रा ने कहा कि भगवान शिव की अराधना करने वाले भक्त कभी भी दुखी नहीं होते हैं। भगवान भोलेनाथ हर भक्त की सुनते हैं। भोले की भक्ति में शक्ति होती है। इसलिए वह कभी भी किसी भी भक्त की किस्मत पलट सकते हैं। बस भक्तों को भगवान शिव पर विश्वास करना चाहिए और हर दिन उनकी अराधना करनी चाहिये। कथा वाचक प्रदीप मिश्रा ने कहा कि जिस तरह सच्चा भक्त प्रभु के दर्शन का भूखा होता है उसी प्रकार भगवान भी भक्त के निष्काम भाव से की गई पूजा से खुश होते हैं। शिव सृष्टि के संहारक कहे जाते हैं लेकिन उनकी पूजा में बलि का विधान नहीं है। उन्हें पशुपतिनाथ की संज्ञा दी गई है।
जिस तरह छोटी सी गोली बड़े से बड़ा दर्द मिटा देती है, उसी प्रकार सात दिन शिवपुराण कथा का अमृतपान करने से हर कष्ट कट जाता है, इसीलिए शिव का स्मरण करो।
उन्होंने बताया कि भगवान शिव नित्य स्मरण, भजन व मंत्रजाप करने वाले का कल्याण निश्चित ही करते हैं। जिस भाव और चित से भक्त भगवान शिव को रिझाता है, वह त्रिकालदर्शी उसको उसी रूप में स्वीकार करते हैं। भगवान शंकर की कथा कहती है कि अगर भक्त किसी भी तरह से भगवान शिव के मंदिर के सामने से निकल जाए तो यह मानकर चलें कि मेरा शिव दया जरूर करेगा। आप शिवालयों में न जाकर केवल घर के नजदीक के शिवालय के सामने से भी हृदय भाव से भी निकल गए तो शिव आपकी झोली खुशियों से भर देंगे।
मन को स्थिर कर शिव महापुराण से जोड़ना पड़ता है ताकि मन विचलित न हो। कथा वाचक प्रदीप मिश्रा ने कथा सुनाते हुए चिकित्सकों को भी शिव का रूप बताया। कहा कि शिव अपने भक्त का हमेशा कल्याण करते हैं। वह हमेशा भक्त का कल्याण चाहता है। यदि कोई पापी भी सच्चे मन से शिव का आराधना करता है तो औघड़दानी से फल जरूर देते हैं। इसी तरह चिकित्सक भी मरीज का हमेशा कल्याण चाहता है। सच्चा चिकित्सक अपने दुश्मन का भी गलत नहीं कर सकता है। वह उसका जीवन बचाने के लिए पूरे जतन करता है। इस मौके पर डॉक्टर बृज भूषण गोयल, आशीष बंसल,के के गुप्ता, संदीप गोयल, जय प्रकाश अग्रवाल,अमन अग्रवाल, आदि मौजूद थे।