दबाव में पुलिस: नामजद तहरीर के बावजूद अज्ञात में किया मुकदमा दर्ज

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– नगर निगम बोर्ड बैठक में मारपीट का मामला।
– बसपा पार्षद ने तहरीर में एमएलसी और राज्यमंत्री को किया था नामजद।


शारदा न्यूज, रिपोर्टर |

मेरठ। नगर निगम में भाजपाइयों और सपा-बसपा पार्षदों के बीच मारपीट का मामला अब और ज्यादा तूल पकड़ता नजर आ रहा है। इस मामले में भाजपा के दबाव में पुलिस कार्रवाई विपक्षी दलों और ज्यादा उकसाती नजर आ रही है। क्योंकि नामजद तहरीर के बावजूद कोतवाली पुलिस ने अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया है।

    शनिवार को नगर निगम बोर्ड बैठक में जमकर मारपीट हुई थी। इसमें वायरल हुए वीडियो में एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज के साथ ही राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर भी बसपा-सपा पार्षद को थप्पड़ मारते हुए नजर आ रहे हैं। इस मामले में बसपा पार्षद आशीष और सपा कुलदीप की तरफ से एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज और राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर को नामजद और अन्य को अज्ञात बताते हुए कोतवाली थाने में तहरीर दी थी। जिसमें दोनों के ऊपर मारपीट के साथ ही जातिसूचक शब्द कहते हुए अपमानित करने का आरोप लगाया था।

    मामला बढ़ता देख कोतवाली पुलिस ने रविवार शाम इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली। लेकिन हैरत की बात ये रही कि नामजद तहरीर के बावजूद अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया गया है।

विपक्ष को मिल गया एक और मौका

इस मामले में पहले से ही भाजपा पर हमलावर विपक्ष को पुलिस की इस कार्रवाई ने एक और मौका दे दिया है। सपा विधायक अतुल प्रधान ने आरोप लगाया कि तहरीर नामजद दी गई थी, तो अज्ञात में मुकदमा दर्ज कैसे हुआ? उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने दबाव बनाते हुए तहरीर बदलवाई है। उन्होंने पूर्व में दी गई तहरीर को भी सार्वजनिक किया है।

वीडियो बनेगी जांच का आधार

पुलिस ने अज्ञात में मुकदमा तो दर्ज कर लिया। लेकिन इस मारपीट का जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें भाजपाईयों के साथ एमएलसी और राज्यमंत्री स्वयं मारपीट करते हुए नजर आ रहे हैं। ऐसे में यदि पुलिस दोनों को क्लीनचिट भी देती है, तो कोर्ट में यह वीडियो मारपीट के साक्ष्य का मुख्य आधार बनेगी। ऐसे में पुलिस भी फंस सकती है।

आसपा 10 जनवरी को करेगी महापंचायत

आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर ने रविवार को मेरठ में इस मामले को लेकर भाजपा और पुलिस प्रशासन पर निशाना साधा। वहीं उन्होंने न्याय की लड़ाई के लिए 10 जनवरी को महापंचायत का ऐलान किया है। जिससे प्रशासन में बेचैनी बढ़ गई है।

अपने ही विधानसभा क्षेत्र में घिर गए तोमर

नगर निगम प्रकरण में मारपीट को लेकर राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर अपने ही विधानसभा क्षेत्र में घिर गए हैं। क्योंकि पिटने वाले दोनों पार्षद उनके ही विधानसभा क्षेत्र के हैं। ऐसे में भविष्य में उनके सामने यह मामला मुद्दा जरूर बनेगा और विपक्ष इसे जरूर धार देगा।

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