शारदा न्यूज़, मेरठ। भूमिया के पुल स्थित निवासी मोहम्मद नदीम गत 2017 में दिल्ली नेहरु विहार में हुई एक हत्या में अन्य छह लोगों के साथ गिरफ़्तार किया गया था , दिल्ली हाईकोर्ट ने बहस के बाद उसकी जमानत देते हुए कहा कि हत्या में जिस हथियार को को शामिल माना गया उस हथियार से हत्या का प्रमाण मेडिकल रिपोर्ट में नहीं मिला, उसके बाद वो हथियार एक डंडा हत्या के स्थान से ही दो माह बाद बरामद हुआ जो की संदेहास्पद है।
नदीम की ओर से दिल्ली सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के विद्वान वकील कनिष्क अरोड़ा ने उसकी पैरवी की और आज मोहम्मद नदीम सात साल बाद जमानत पर बाहर आया।