मेरठ। नगर आयुक्त द्वारा भोला की झाल स्थित 100 एमएलडी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के निरीक्षण के दौरान कई तरह की खामियां मिलीं। इसको लेकर नगर आयुक्त ने कार्यदायी संस्था के भुगतान में कटौती, प्रोजेक्ट मैनेजर और सहायक अभियंता जलनिगम को कारण बताओ नोटिस जारी किये है। साथ ही विभाग के संबंधित अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखने का निर्देश दिया।
एक दिन पहले सुबह 11 बजे नगर आयुक्त डा. अमित पाला शर्मा, अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार जलनिगम और जलकल के अधिकारियों के साथ भोला की झाल स्थित 100 एमएलडी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट जा पहुंचे। यहां पाया गया कि प्लांट से 50 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति शहर को की जा रही है। जल शुद्धिकरण से संबंधित जांच रिपोर्ट में सिर्फ तकनीशियन के हस्ताक्षर पाए गए। जबकि सहायक अभियंता जल निगम खालिद के हस्ताक्षर नहीं थे। प्लांट पर कार्यरत कर्मचारी अनुपस्थित मिलने पर कार्यदायी संस्था के भुगतान में कटौती प्रस्तावित कर पत्रावली प्रस्तुत करने के निर्देश जलनिगम के प्रोजेक्ट मैनेजर को दिया।
प्लांट के टैंकों की सफाई व्यवस्था ठीक न मिलने और मरम्मत कार्य भी मानक अनुरूप न पाए जाने पर कार्यदायी संस्था के भुगतान में कटौती का निर्देश दिया गया। इसके साथ ही प्लांट से निकलने वाले रेत, कचरे का निस्तारण न करने, कर्मचारियों की अनुपस्थिति, पानी की जांच में गड़बड़ी पर प्रोजेक्ट मैनेजर जलनिगम मोहित कुमार के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेजने का निर्देश दिया।