मुरादाबाद। राज्य कर विभाग ने रेलवे स्टेशन पर छापा मारकर करीब 25 लाख रुपये की 29 नग ब्रास शीट जब्त की है। इसे जीएसटी चोरी कर पंजाब से लाया जा रहा था। इस बड़ी कार्रवाई के बाद रेलवे के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए दो संयुक्त आयुक्तों को तैनात किया गया है। जानकारी के अनुसार, ट्रेनों के माध्यम से उद्यमी अवैध ढंग से पंजाब से ब्रास शीट मंगा रहे हैं। शुक्रवार की सुबह राज्य कर विभाग की टीमों ने रेलवे स्टेशन पर छापा मारकर जीएसटी चोरी कर लाई गई 29 नग ब्रास शीट जब्त कर ली। जब्त की गई ब्रास शीट की कीमत 25 लाख रुपये है। जीएसटी चोरी को रोकने और रेलवे से समन्वय स्थापित करने के लिए राज्य कर विभाग ने दो संयुक्त आयुक्तों को तैनात किया है।
राज्य कर के अपर आयुक्त ग्रेड -1 आरएस द्विवेदी को सूचना मिली कि ट्रेनों के माध्यम से जीएसटी चोर कर सामान स्टेशन पर आ रहा है। इस मामले में उन्होंने अपर आयुक्त ग्रेड -2 आरए सेठ को टीम गठित कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। शुक्रवार की सुबह गठित टीमों ने रेलवे स्टेशन की घेराबंदी की। जांच के दौरान छिपाकर रखी गई 29 नग ब्रास शीट बरामद कर ली। प्राथमिक जांच में पता चला कि बरामद माल पंजाब के जगादरी से आया था। ब्रास शीट किसकी थी, इसका पता नहीं चल सका है। इस बारे में राज्य कर के अधिकारियों का कहना है कि जीएसटी चोरी पकड़ने के लिए रेलवे के अधिकारियों से समन्वय स्थापित किया जाएगा।
समन्वय के लिए राज्य कर के अपर आयुक्त ग्रेड -1 ने दो संयुक्त आयुक्त मिलिंद राज और एसपी तिवारी को तैनात किया है। दोनों अधिकारी रेलवे के अधिकारियों के साथ मिलकर सुनिश्चित कराएंगे कि अवैध ढंग से माल लाने के लिए ट्रेनों का इस्तेमाल न किया जाए। माल के कागजातों की जांच के लिए एक पैटर्न तैयार किया जाएगा।
दो साल पहले छापा मारने पर रेलवे से बढ़ा था विवाद: राज्य कर विभाग की एसटीएफ टीम ने लखनऊ से आकर अगस्त 2022 में रेलवे स्टेशन पर छापा मारकर लाखों का माल बरामद किया था। इसके बाद रेलवे और राज्य कर अधिकारियों के बीच अधिकार क्षेत्र को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। दोनों तरफ से तनातनी होने पर तत्कालीन अपर आयुक्त ग्रेड -1 ने रेलवे के अधिकारियों से बातचीत कर विवाद शांत कराया था। इसके बाद राज्य कर अधिकारियों ने रेलवे पर छापा मारना बंद कर दिया था।
जीएसटी चोरी करने वालों की होगी छानबीन: राज्य कर के अपर आयुक्त ग्रेड-2 ने बताया कि रेलवे की कार्रवाई से पता चला है कि शहर में अवैध ढंग से पीतल बर्तन बनाने का कारोबार चल रहा है। इस मामले में छानबीन के लिए टीमें लगाई जाएंगी। जीएसटी चोरी करने वाले शीघ्र पकड़े जाएंगे।
दस लाख बकाया होने पर कारोबारी गिरफ्तार: राज्य कर विभाग ने दस लाख से अधिक बकाया होने पर हरथला कांठ रोड स्थित एके पेपर्स के मालिक इंद्रपाल सिंह को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। राज्य कर के अपर आयुक्त ग्रेड-1 ने बताया कि इंद्रपाल पर तीन वर्षों (2015, 2016-17 एवं 2017-18) से कुल 10.71 लाख रुपये बकाया थे। ब्याज न जमा करने पर फर्म के स्वामी के खिलाफ सहायक आयुक्त खंड पांच भूमिका शर्मा ने कार्रवाई की है। कारोबारी को जेल भेजा गया है।