– शहर में हल्की बारिश से ही बने कई जगह कीचड़ के हालात
शारदा रिपोर्टर |
मेरठ। पश्चिम विक्षोभ की सक्रियता का असर दिखने से रात का मौसम बदलने लगा है। जनवरी के अंतिम दिन भी घना कोहरा और कड़ाके की ठंड में लोग ठिठुरे। सुबह में जहां घना कोहरा छाया रहा, वहीं दोपहर में हुई रिमझिम बारिश गुरुवार सुबह तक हुई, जिससे तापमान में कमी आई। दिन में काले बादल छा गए और मेरठ समेत कई इलाकों में तेज बारिश हुई।
जनवरी माह के अंतिम दिन भी शहरवासियों को कड़ाके की ठंड में घने कोहरे ने अपने आगोश में लेकर रखा। दोपहर तक कोहरे की मोटी चादर के चलते हाईवे पर वाहन रेंगते हुए नजर आए। दोपहर में कोहरा हटा तो फिर रिमझिम बारिश शुरू हुई हो गई। सर्दी में पहली बार बारिश से मौसम ठंडा हो गया। बुधवार दोपहर शुरू हुई बारिश रूक-रूक कर बृहस्पतिवार सुबह तक होती रही। दिन में भी आसमान में बादल छाए रहे और सर्द हवा से जनजीवन लगभग अस्तव्यस्त कर दिया। अभी आगे भी कई दिन तक बारिश के आसार बने हुए है।
वेस्ट यूपी में घने कोहरे के बीच बारिश ने दस्तक दे दी है। मौसम कार्यालय पर बुधवार दिन का अधिकतम तापमान 18.6 डिग्री व रात का न्यूनतम तापमान 5.7 डिग्री दर्ज किया गया। बारिश 3.5 मिमी दर्ज की गई।
मौसम के तेवर जनवरी माह के अंतिम दिन भी तल्ख रहे और सर्दी में शहरवासी ठिठुरते हुए नजर आए। इस बार सीजन में बारिश न होने से लगातार कोहरे का असर बना हुआ है। पूरा महीने जनवरी का कोहरे में बीता है। इस बार दिसंबर में ठंड कम रही, लेकिन जनवरी माह की ठंड ने पिछले कई दशक के रिकार्ड़ तोड़ दिए। कड़ाके के ठंड के बीच जनवरी माह की विदाई हुई। अभी आगे भी ठंड का असर बना रहेगा।
फिर से बढ़ गया एक्यूआई
बुधवार को मौसम का मिजाज बिगड़ा तो प्रदूषण का स्तर भी 232 से बढकर 264 पर पहुंच गया। इसके अलावा एनसीआर में सभी जगह पर प्रदूषण में बढोतरी हुई है। शहर में जयभीमनगर 252, गंगानगर 270, पल्लवपुरम 270, दिल्ली रोड 294 और बेगमपुल 310 दर्ज किया गया। तीसरे दिन भी लगातार बेगमपुल क्षेत्र प्रदूषित रहा है। बारिश के होने के बाद बृहस्तिवार से प्रदूषण में गिरावट आएगी।
बारिश से गेहूं, सरसों को मिलेगा लाभ
इस समय बारिश का पानी लगभ सभी फसलों के लिए फायदेमंद होगा। सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डा आर एस सेंगर का कहना है कि इस समय बारिश से गन्ना, गेहूं, आलू, चना, सरसों, मटर, जौ, मूली आदि सभी रबी की फसलों के लिए लाभकारी रहेगा। सबसे ज्यादा बारिश से देरी से बुवाई करने वाली गेहूं की फसल को मिलेगा। उसके लिए अभी बारिश और सर्दी बहुत जरुरी है।
वेस्ट यूपी में 24 से 48 घंटे तक हल्की से माध्यम बारिश के आसार बने हुए है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानी क्षेत्रों में बारिश होगी। बारिश के होने से कोहरे में कमी आएगी और अभी ठंड का दौर बना रहेगा और प्रदूषण कम होगा। -डॉ. यूपी शाही, मौसम वैज्ञानिक कृषि विवि