– वाल्मीकि चेतना मंच के बैनर तले कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर सौंपा गया मांग पत्र
शारदा न्यूज रिपोर्टर |
मेरठ। वाल्मीकि चेतना मंच के बैनर तले बुधवार को वाल्मीकि समाज के लोगों ने प्रदर्शन करते हुए प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार डोगिया ने कहा कि उत्तर प्रदेश में देश की आजादी के 76 वर्षों के बाद भी वाल्मीकि सफाई मजदुर वर्ग की समतुल्य जाति के लोगों को अनुसूचित जाति को मिल रहे आरक्षण का लाभ सरकारी नोकरियों में नही मिल रहा है।
डोगिया ने कहा कि समतुल्य जाति वाल्मीकि, धानुक, हैला, डोग आदि हैं, जिन्हें आरक्षण का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसीलिए इस वर्ग के लोग सामाजिक, शैक्षिक, आर्थिक और राजनैतिक रूप से पिछड़े हुए हैं। वाल्मीकि समाज के छात्र छात्राएं डिग्रियां हासिल करने के बाद भी बेरोजगार घूम रहे हैं। राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार की नौकरियां पाने के लिए परीक्षा फार्म लगातार भर रहे हैं। परंतु इस वर्ग के बेरोजगार छात्रों को अनुसूचित जाति के आरक्षित कोटे से सरकारी नौकरिया नही मिल रही हैं। जबकि राज्य सरकार नौकरिया बांटने का ऐलान लगातार कर रही है। नियुक्ति पत्र भी बांटे जा रहे हैं परन्तु वाल्मीकि समाज के बेरोजगार छात्रों की उपेक्षा हो रही है जिससे वाल्मीकि समाज में रोष उत्पन्न हो रहा है।
इसलिए सदियों से उपेक्षित इस वर्ग के साथ न्याय करते हुए विशेष अभियान चलाकर बाल्मीकि समाज के बेरोजगार छात्र-छात्राओं को केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार की नौकरियां दिलाये जाने का आदेश पारित किया जाए। इस दौरान अनिल जैनवाल, मोनू वैद, अर्जुन महरोल, नरेश सिवेलान आदि मौजूद रहे।